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परेशानी दूर, अब स्मार्ट कार्ड पर बनेंगे डीएल
बदलाव. पेपर वाले ड्राइविंग लाइसेंसधारियों के लिए राहत एक साल से पेपर पर ही बन रहा था ड्राइविंग लाइसेंस भभुआ (नगर) : रिबन व स्मार्ट कार्ड के अभाव में एक साल से पेपर पर बनाये जा रहे ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) व रजिस्ट्रेशन कार्ड से अब वाहन चालकों को छुटकारा मिलेगा. जिला परिवहन विभाग में स्मार्ट […]
बदलाव. पेपर वाले ड्राइविंग लाइसेंसधारियों के लिए राहत
एक साल से पेपर पर ही बन रहा था ड्राइविंग लाइसेंस
भभुआ (नगर) : रिबन व स्मार्ट कार्ड के अभाव में एक साल से पेपर पर बनाये जा रहे ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) व रजिस्ट्रेशन कार्ड से अब वाहन चालकों को छुटकारा मिलेगा. जिला परिवहन विभाग में स्मार्ट कार्ड बनाये जाने की सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब नये ड्राइविंग लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन कार्ड लोगों को स्मार्ट कार्ड के रूप में मिलेंगे.
लाइसेंस अब स्मार्ट कार्ड के रूप में मिलने से लोगों को कई परेशानियों से निजात मिलेगी. पेपर पर मिल रहे लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन कार्ड को लेकर लोगों में काफी मायूसी थी.
गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष से परिवहन कार्यालय में स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य बंद था.एक साल से पेपर पर ही लाइसेंस व गाड़ियों के निबंधन किये जाते थे. इसकी वैधता 31 दिसंबर तक विभाग ने निर्धारित की थी. जिले में 24 हजार ड्राइविंग लाइसेंस व गाड़ियों का निबंधन पेपर पर निर्गत गया है, लेकिन अब परिवहन विभाग को स्मार्ट कार्ड व रिबन की आपूर्ति कर दी गयी है. इससे जिले के लोगों को अब आसानी से स्मार्ट कार्ड उपलब्ध हो पायेगा.
पहले बने लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन कार्ड भी बनेंगे स्मार्ट कार्ड : परिवहन विभाग द्वारा स्मार्ट कार्ड बनाये जाने की सारी व्यवस्था पूरी कर ली गयी है. जिन लोगों को परिवहन विभाग ने पेपर पर लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन निर्गत किया है, उन्हें भी स्मार्ट कार्ड दिया जायेगा. पहले बनाये गये लाइसेंस व निबंधन का स्मार्ट कार्ड बनाये जाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. इसके साथ ही साथ नये कार्ड भी इश्यू किये जा रहे हैं.
परेशानियों से मिलेगी निजात
स्मार्ट कार्ड बनने का सिलसिला शुरू होने पर गाड़ी मालिकों, वाहन चालकों व लाइसेंसधारियों को परेशानियों से निजात मिलेगी. जानकारी के अनुसार, पेपर पर बने प्रमाण पत्रों की वैधता अन्य प्रदेशों में नहीं थी. भभुआ जिले से सटे उत्तर प्रदेश में यहां के लोग अक्सर आते-जाते रहते हैं.
पेपर पर निर्गत किये गये लाइसेंस को अन्य प्रदेशों में वाहन चेकिंग के दौरान गलत बताया जाता है, इससे वाहन चालकों को काफी फजीहत झेलनी पड़ती है. वहीं लंबे समय के बाद विभाग की पहल पर हेवी वाहन चलाने वाले का भी लाइसेंस बनाने का काम शुरू किया गया है जिससे लोगों को काफी सुविधा होगी.
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