मोहनिया (कैमूर) : लालू प्रसाद को षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है, जिसे सूबे की जनता कभी बरदाश्त नहीं करेगी. लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद राजद विचलित नहीं है. नेतृत्वकर्ता को जेल भेजा गया है, लेकिन उनका आदर्श जेल से बाहर है.
विरोधी लालू के डर से सहम गये. लालू यादव के सत्ता जाने के पीछे पार्टी में कुछ नेताओं द्वारा कुरसी के लालच में भितरघात को मुख्य कारण बताते हुए जगदानंद ने कहा कि नरेंद्र मोदी पूंजीपतियों के पोषक हैं.
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के उदासीनता के कारण आज लालू यादव को जेल जाना पड़ा, जिनके पास ताकत उन्हें हाथ डालने की कोशिश केंद्र सरकार नहीं कर रही है. उत्तर प्रदेश में मायावती और मुलायम पर करोड़ों रुपये घोटाले के आरोप लगा रहे हैं. लेकिन, जनता की ताकत ने उन पर हाथ डालने से रोक दिया आज हमारे विधायकों व सांसदों की संख्या कम है. इसके कारण हमें हर पार्टी सता रही है.
इसलिए आगामी चुनाव लालू यादव को इतनी ताकत दीजिए की उस आधी विरोधी बह जाये अपने आक्रोश बदला वोट देकर ले. जगदानंद सिंह ने कहा लालू के कहने पर सितंबर के ठीक अगले दिन इस कार्यकर्ता सम्मेलन को रखा गया था, ताकि लालू के समर्थन में कैमूर से उठी आंधी पूरे बिहार में फैले और राजद की लहर एक बार फिर बिहार में लौटे तभी हम लालू यादव को मजबूत कर सकते है.
कार्यकर्ता सम्मेलन की अध्यक्षता ललन पासवान, संचालन भोला यादव ने किया. कार्यक्रम में भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे. वहीं, अखलाख अहमद ने कहा कि इसके लिए मीडिया व सीबीआइ जिम्मेवार है, जबकि चेनारी पूर्व विधायक ललन पासवान ने कहा कि लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद लोग विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देगी.