ग्रामीणों की मानें तो बिहार से उत्तर प्रदेश के लिये आने-जाने की यह मुख्य संपर्क सड़क है. इस रास्ते से प्रतिदिन लगभग दो सौ से ज्यादा साइकिल, मोटर साइकिल और चार पहिया वाहनें आते-जाते हैं. जलजमाव और कीचड़ के लगातार सड़ने से इस गांव में कभी भी महामारी हो सकती है. परंतु, अभी किसी का ध्यान इधर नहीं जा पा रहा है. इस सड़क की मरम्मत निर्माण के बाद से कभी नहीं हुई .
इसकी मरम्मत के लिये ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रखंड और जिला स्तरीय पदाधिकारियों को पत्र लिखा गया. लेकिन, कोई फायदा नहीं. ग्रामीणों ने इसकी मरम्मत के लिये कई बार स्थानीय विधायक, सांसद को भी पत्र लिखा है. विदित हो कि इस सड़क का कालीकरण 15 वर्ष पूर्व सांसद छेदी पासवान द्वारा कराया गया था. चार माह पूर्व सांसद छेदी पासवान को इस सड़क को ग्रामीणों ने दिखाया. ग्रामीणों की आस जगी है कि वर्तमान सांसद इसकी मरम्मत करायेंगे.