मोहनिया सदर : मोहनिया प्रखंड की आठ पंचायतों के विभिन्न वार्डों में रिक्त पड़े सेविका के छह व सहायिका के 10 पुराने पदों पर चयन के लिए विगत तीन जून से सात जून तक आमसभा का आयोजन किया गया. इसमें 16 पदों में से महज चार पदों पर ही चयन किया जा सका. इसमें एक सेविका व तीन सहायिका शामिल है. सेविका का चयन भी गलत तरीके से एलएस द्वारा करने की बात कही जा रही है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने सीडीपीओ को शिकायत पत्र देकर सही व योग्य आवेदिका का चयन सेविका पद पर करने की गुहार लगायी है.
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दूसरी बार हंगामे की भेंट चढ़ी सेविका-सहायिका बहाली प्रक्रिया, 16 में चार पदों पर ही हुआ चयन
मोहनिया सदर : मोहनिया प्रखंड की आठ पंचायतों के विभिन्न वार्डों में रिक्त पड़े सेविका के छह व सहायिका के 10 पुराने पदों पर चयन के लिए विगत तीन जून से सात जून तक आमसभा का आयोजन किया गया. इसमें 16 पदों में से महज चार पदों पर ही चयन किया जा सका. इसमें एक […]
जबकि, भरखर के वार्ड नौ में तीन जून को आयोजित आमसभा में किसी कारणवश रामपुर प्रखंड की प्रतिनियुक्त महिला एलएस संजू कुमारी उपस्थित ही नहीं हो सकी थी. अब तक सेविका व सहायिका चयन को लेकर होने वाली आमसभा में पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी के तौर पर जिन पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी, वे कभी भी आमसभा में उपस्थित नहीं हुए.
इसका परिणाम यह हुआ कि पर्यवेक्षिकाओं ने चयन प्रक्रिया में जम कर मनमानी की. इसका खामियाजा सबको भुगतना पड़ा, चाहे वह आवेदक हो या विभाग. इस तरह एक बार फिर सेविका व सहायिका के पद पर होनेवाली बहाली हंगामा की भेंट चढ़ गयी.
जुलाई 2017 में 155 पद रह गये थे खाली
जुलाई 2017 में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए निकली बहाली में जिला के 11 प्रखंडों में से नौ प्रखंडों में 155 पद रिक्त ही रह गये थे. इसमें सेविका के 72 व सहायिका के 83 पद शामिल है. इनमें अधिकतर पद वहीं रिक्त रह गये, जहां चयन को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया और चयन प्रक्रिया को स्थगित करना पड़ गया था.
पंचायतों में चयन प्रक्रिया की स्थिति
पानापुर पंचायत
विगत तीन जून को पानापुर पंचायत के वार्ड नौ में चैनपुर प्रखंड की प्रतिनियुक्त महिला पर्यवेक्षिका संध्या कुंवर जब सहायिका के रिक्त पद पर चयन के लिए आमसभा में पहुंची, तो वहां के वार्ड सदस्य, पंच के साथ उपस्थित ग्रामीण आमसभा का बहिष्कार करते हुए पुन: नया विज्ञापन प्रकाशित कर नये सिरे से बहाली कराने की मांग करने लगे. पिछली बार यानी जुलाई 2017 में इस वार्ड से सहायिका पद के लिए एक ही आवेदन पड़ा था. बहिष्कार की वजह से सहायिका का चयन नहीं किया जा सका.
बढुपर पंचायत
विगत तीन जून को बढुपर पंचायत के वार्ड नौ में सेविका के पद पर चयन करने के लिए भभुआ प्रखंड की प्रतिनियुक्त महिला पर्यवेक्षिका संगीता कुमारी को सिर्फ इसलिए बैरंग लौटना पड़ा. क्योंकि वहां पूर्व में सेविका के पद पर जिस आवेदिका का चयन किया गया था. बाद में उसी आवेदिका का चयन राज्य पुलिस में सिपाही के पद पर हो गया और उसने पुलिस विभाग में योगदान तो कर लिया.
लेकिन सेविका पद से इस्तीफा नहीं दिया है. इसको लेकर दूसरे स्थान पर रही आवेदिका का भी चयन सेविका पद के लिए नहीं किया जा सका. वहीं, विगत सात जून को इसी पंचायत के वार्ड 12 में रिक्त सहायिका के पद पर चयन करने के लिए नुआंव प्रखंड की प्रतिनियुक्त एलएस कुमारी श्वेता ने सहायिका का चयन कर उसे चयन पत्र भी दे दिया.
विगत सात जून को बढुपर पंचायत के ही वार्ड तीन में सहायिका के पद पर चयन करने पहुंची नुआंव प्रखंड की महिला पर्यवेक्षिका आशा कुमारी को सिर्फ इसलिए खाली हाथ लौटना पड़ा. क्योंकि, आमसभा में आवश्यकता से बहुत कम लोग ही उपस्थित हो सके थे. इस वजह से सहायिका का चयन नहीं किया जा सका.
कटराकला पंचायत
चार जून को कटराकला पंचायत के वार्ड एक में सहायिका पद का चयन करने कुदरा प्रखंड की प्रतिनियुक्त महिला एलएस किरण सिंह पहुंची और सहायिका का चयन कर चयन पत्र भी दे दिया. वहीं, इसी पंचायत के वार्ड दो में सेविका व सहायिका का चयन करने पहुंची एलएस अनिता जायसवाल को आमसभा में मैपिंग पंजी को लेकर उपजे विवाद और हंगामा के कारण चयन प्रक्रिया को स्थगित कर खाली हाथ वापस लौटना पड़ा.
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