मंगलवार 30 जनवरी को कैमूर जिले के भगवानपुर स्थित पड़री गांव में शराब तस्करी के आरोप में पकड़े जाने के बाद कथित तौर पर पुलिस की पिटाई से मरे पूरन चेरो नामक एक ग्रामीण के घरवालों से मिलने के बाद वापस लौटने के दौरान रास्ते में आपात स्थिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव (बाएं) को खुले में लघुशंका के लिए आगे बढ़ना पड़ा.
इससे पता चलता है कि कैसे दिल्ली से लेकर देश के गांवों तक स्वच्छता अभियान लगातार चलाये जाने के बावजूद अब भी ग्रामीण इलाकों की स्थिति बहुत बदली नहीं है. स्मरण रहे कि ऐसी ही मजबूरी में फंसे एक वर्तमान केंद्रीय मंत्री की तस्वीर भी हाल में जबर्दस्त तरीके से वायरल हुई थी.