विभाग को लाखों रुपये प्रतिमाह राजस्व का हो रहा है घाटा
चौक-चौराहों पर एलईडी लाइट के लिए मुखिया को लेना होगा कनेक्शन
भभुआ शहर. विभिन्न पंचायतों के मुखिया अपने पंचायत के चौक-चौराहों पर एलईडी लाइट की व्यवस्था की है.इसके लिए मुखिया या पंचायत स्तर से एलईडी लाइट जलाने के लिए बिजली विभाग से कनेक्शन नहीं लिया गया है. सदर प्रखंड की सीवों पंचायत के यदुपुर गांव के पोल पर एलईडी लाइट देखा जा सकता है. बगैर बिजली कनेक्शन लिए हुए मुखिया ने पंचायत में दर्जनों एलईडी लाइट चौक-चौराहों पर लगवाया है. इस तरह खुद पंचायत स्तर पर ही बिजली की चोरी की जा रही है. लेकिन इस तरफ बिजली विभाग का ध्यान नहीं है. जिले की पंचायतों में बगैर कनेक्शन के जलने वाले एलईडी लाइटों से बिजली विभाग को प्रतिमाह राजस्व की क्षति हो रही है. लेकिन, विभाग इस मामले में मौन साधे हुए है. एक तरफ बिजली विभाग का कहना है कि जितने की बिजली खरीदी जाती है
उतने बिल की वसूली नहीं हो पाती. दूसरी तरफ धड़ल्ले से बिना इजाजत व कनेक्शन के बिजली का उपयोग किया जा रहा है. इस समय धान की फसल तैयार होने के बाद धान की कुटाई के लिए राइस मिलरों द्वारा बिजली की चोरी की जा रही है. जानकार सूत्रों के अनुसार, खुलेआम 11 हजार वोल्ट के तार से पंचायतों में मुखिया द्वारा एलईडी लाइट लगा कर तार से खींच जलाया जा रहा है. पंचायत में मुखिया द्वारा एलईडी लाइट लगा कर चौक-चौराहों पर प्रकाश की व्यवस्था अच्छा काम है लेकिन, इसके लिए बिजली का कनेक्शन लेना भी आवश्यक और नियमानुकूल है.
बोले अधिकारी
सदर बीडीओ मानेंद्र कुमार ने बताया कि अगर ऐसी बात है तो मुखिया द्वारा लगाये गये एलईडी लाइट के लिए कनेक्शन लेना होगा. इसके लिए किसी प्रकार का फंड नहीं है. इसके लिए मुखिया को वार्ड सदस्य से बातचीत कर एक समिति का गठन कर सार्वजनिक एलईडी के बिजली बिल का भुगतान करने के लिए चर्चा करना होगा. जैसे नगर पंचायत व नगर परिषद द्वारा लगाये गये लाईट के बिल का भुगतान किया जाता है. उसी प्रकार पंचायत स्तर पर मुखिया को भी करना होगा.
बिजली कार्यपालक अभियंता शिवशंकर प्रसाद ने बताया कि जिले में किसी भी मुखिया द्वारा एलईडी लाइट जलाने के लिए बिजली कनेक्शन नहीं लिया गया है. जिले की बैठक में मुखिया को कनेक्शन देने के बारे में चर्चा की जा रही है. मुखिया को एलईडी लाइट जलाने के लिए बिजली कनेक्शन लेने के लिए कहा जायेगा. अगर मुखिया बिना कनेक्शन के लाइट जलाते हुए जांच के दौरान पकड़े जाते हैं, तो उन पर जुर्माना किया जायेगा.