Advertisement
रोपनी ने पकड़ी रफ्तार
जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश, रोपनहारों की किल्लत भभुआ नगर : धान के कटोरे के रूप में पूरे सूबे में विख्यात और कृषि प्रधान कैमूर जिले में जुलाई में झमाझम बारिश के बाद धान की रोपनी की रफ्तार तेज हो चुकी है. अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जानेवाले किसानों के चेहरे प्रकृति के मेहरबान होने […]
जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश, रोपनहारों की किल्लत
भभुआ नगर : धान के कटोरे के रूप में पूरे सूबे में विख्यात और कृषि प्रधान कैमूर जिले में जुलाई में झमाझम बारिश के बाद धान की रोपनी की रफ्तार तेज हो चुकी है. अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जानेवाले किसानों के चेहरे प्रकृति के मेहरबान होने से चमक उठे हैं. किसान अपने यंत्रों के साथ पूरी तन्मयता से रोपनी कार्य में लग चुके हैं. इंद्रदेव की कृपा बरसते ही रोपनी कार्य में लगे रोपनहारों की मनुहारी गीत खेतों में गूंजने लगे हैं. महिला मजदूर हंसी ठिठोली के साथ झूम-झूम कर कजरी व चौहर गाते हुए धान की रोपनी में जुट गयी है.
रोपनी करती महिलाओं द्वारा बरसे बरसे सावनवां चुवेला बंगला और परदेशिया बलमू के कवन आसरा जैसे गीत कर्णप्रिय लग रहे हैं. जिले में इस बार 10800 हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित है. कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिले में 15 प्रतिशत धान की रोपनी हो चुकी है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम अनुकूल रहने से इस माह के अंत तक रोपनी का लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है.
इस बार बंपर धान होने की उम्मीद
जुलाई में अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है. सांख्यिकी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जुलाई माह में अब तक 243.9 एमएम बारिश हो चुकी है, जो सामान्य वर्षापात से अधिक है. जुलाई में सामान्य वर्षापात 374 एमएम है. जबकि, जुलाई में अभी लगभग 18 दिन शेष हैं. मॉनसून की सक्रियता को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि अभी और बारिश हो सकती है.
नहीं मिल रहे मजदूर: जहां एक ओर धान की रोपनी अपने पूरे सवाब पर है. वहीं किसानों को रोपनी के लिए स्थानीय स्तर पर मजदूर नहीं मिल रहे हैं. कई किसानों द्वारा झारखंड व पश्चिम बंगाल से भी मजदूर मंगा कर रोपनी करायी जा रही है. हालांकि, इससे आर्थिक बोझ किसानों पर बढ़ा है. लेकिन, समय से रोपनी कार्य को पूरा कराने के लिए किसान जीजान से जुटे हुए हैं
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement