नियोजित शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने की मांग की
जहानाबाद,नगर : बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ गोप गुट द्वारा नियेाजित शिक्षकों को सातवें वेतन के लाभ से वंचित किये जाने के खिलाफ विरोध मार्च निकाल मुख्यमंत्री का पुतला फुंका गया . रेलवे स्टेशन परिसर से निकाला गया विरोध मार्च मुख्य मार्ग होते हुए अरवल मोड़ पहुंचा .जहां पुतला दहन के बाद एक सभा की गयी.
आयोजित सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार शिक्षकों की एकता को तोड़ने का काम कर रही है. नियोजित शिक्षकों को सातवां वेतन का लाभ नहीं देने की घोषणा इसका प्रमाण है. वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा 11 अगस्त 2015 को शिक्षक नेताओं के साथ प्रतिनिधि मंडल समझौता किया था .जिसमें नियोजित शिक्षकों की सेवाशर्त तीन महिने के अंदर लागू करने की बात कही थी लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी सरकार समझौते को रद्दी खाने में डाल दिया और अपने वादे से मुकर रही है. नेताओं ने कहा कि सरकार के इस वादा खिलाफी से शिक्षकों में भारी आक्रोश है .
शिक्षक इस वादा खिलाफी के विरोध धारदार आंदोलन चलायेगें. नेताओं ने कहा कि एमडीएम में शिक्षकों से रिकवरी एक बड़ी कार्रवाई की शुरुआत है जिसमे मात्र जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई पूरी तरह अवैधानिक एवं अफसरशाही का प्रतीक है. पुतला दहन में महासंघ के जिला सचिव वासुदेव सिंह ,रामउदय कुमार ,सत्येंद्र कुमार ,संजय कुमार ,मीना कुमारी ,अरविंद कुमार ,संतोष केसरी आदि शामिल थे.
अरवल मोड़ के समीप सीएम का पुतला दहन करते िशक्षक संघ के सदस्य.