दूर करें छात्रावास की समस्याएंकुलसचिव से मिले छात्रावास संख्या सात के छात्रसंवाददाता, बोधगयामगध वश्विवद्यिालय के छात्रावास संख्या सात में व्याप्त साफ-सफाई व पानी-बिजली की समस्याओं को लेकर छात्रों ने गुरुवार को कुलसचिव से मुलाकात की. कुलसचिव को अपनी पीड़ा सुनाते हुए छात्रों ने कहा कि छात्रावास में खिड़की-दरवाजे टूटे हुए हैं. कुर्सी-टेबुल का भी अभाव है. छात्रों ने हॉस्टल में अखबार व पत्रिकाएं उपलब्ध कराने समेत मेस की व्यवस्था करने की मांग की. छात्रों ने कहा कि हॉस्टल की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. कुलसचिव से मिलनेवालों में छात्र राजद के एमयू अध्यक्ष सह छात्र नायक संतोष कुमार, कुणाल किशोर, अनिल कुमार सुमन, धनंजय कुमार, रंजन यादव, विकास कुमार, राजेश कुमार, रिशु कुमार व अमित कुमार आदि शामिल थे. कुलसचिव द्वारा समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिये जाने के बाद सभी छात्र वापस लौट गये. स्टूडेंट्स सीख रहे व्यावहारिक ज्ञानमर्जिा गालिब कॉलेज में 17 जनवरी तक चलेगा एनएसएस का विशेष शिविरसंवाददाता, गयापढ़ाई के साथ-साथ छात्रों में सामाजिक व व्यावहारिक ज्ञान होना जरूरी है. मर्जिा गालिब कॉलेज में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के विशेष कैंप में छात्र-छात्राएं इसी ज्ञान से रूबरू हो रहे हैं. कॉलेज में विशेष कैंप का आयोजन 11 से 17 जनवरी तक किया गया है.गुरुवार को कैंप में भाग ले रहे प्रतिभागियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी गयी. वद्यिार्थियों ने कॉलेज कैंपस से गांधी मैदान तक एड्स नियंत्रण, भ्रष्टाचारियों, बलात्कारियों व कालाबाजारियों से देश को आजाद कराने और पर्यावरण रक्षा के लिए झांकी निकाली. प्राचार्य डॉ गुलाम समदानी ने झांकी का अवलोकन कर प्रसन्नता जतायी. इस मौके पर कार्यक्रम प्रभारी डॉ सरफराज अहमद, डॉ मोती करीमी, शहनवाज आलम, खूशबू कुमारी, शुभम कुमार, जन्नित, सिमरन व कशिश आदि मौजूद थे.प्रतिभा दिखाने का मिल रहा मौकाएनएसएस के विशेष कैंप में हमें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है. कैंप में पर्यावरण रक्षा के लिए लोगों को प्रेरित करने का मौका मिला, जो गर्व की बात है. विशेष कैंप में जो भी मुद्दे उठाये गये, उसके समाधान के लिए वद्यिार्थियों को पहल करने की जरूरत है.श्रुति कुमारीकैंप में समाज की कुरीतियों को मिटाने के लिए लोगों को जागृत करने का पाठ पढ़ाया गया. आपसी सहयोग से सभ्य समाज नर्मिाण के भी गुर बताये गये. इस कैंप में सेल्फ डिफेंस (आत्मरक्षा) का प्रशक्षिण दिया गया, जो जीवन में कभी न कभी काम ही आयेगा.प्रीति कुमारीएनएसएस कैंप में समाज के सामने खुद को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत करने के कई गुर सीखने को मिला. देश की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार से लड़ने की प्रेरणा भी मिली. इसके अलावा लोगों को विभन्नि मुद्दों पर जागरूक करने का मौका मिला.सायमा शौकतकैंप में आपसी समन्वय के साथ रहने की प्रेरणा मिली. समाज की कुरीतियों को मिटाते हुए विकास की गति को तेज करने में सहभागी बनने की जानकारी दी जा रही है. इसके अतिरक्ति विभन्नि प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का भी मौका मिल रहा है.राधा कुमारीकैंप में सबसे अच्छी बात यह है कि समाज में खुशियां बांटने के लिए सभी को प्रेरित किया जा रहा है. कैंप के को-ऑर्डिनेटर व प्रभारी द्वारा बताया जा रहा है कि आत्मवश्विास के बल पर किसी भी क्षेत्र में कैसे सफलता हासिल की जा सकती है.पूजा उपाध्यायकैंप में योगा, आत्मरक्षा व आत्मवश्विास बढ़ाने के लिए कई टप्सि दिये जा रहे हैं. आपदा-विपदा में लोगों की सहायता करने की जानकारी दी गयी. बताया गया कि असहाय व मजबूर लोगों की सहायता के बिना किसी देश व समाज की तरक्की नहीं हो सकती है.प्रियदर्शनी गुप्तागांधी फेलोशिप के लिए सीयूएसबी में कार्यशालापटना कैंपस में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से दी गयी फेलोशिप के बारे में जानकारीसंवाददाता,गयादक्षिण बिहार केंद्रीय वश्विवद्यिालय (सीयूएसबी) में गांधी फेलोशिप की आवेदन प्रक्रिया के लिए पटना कैंपस में एक कार्यशाला हुई. जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मो मुदस्सीर आलम ने बताया कि वर्ष 2016-18 के गांधी फेलोशिप के लिए आयोजित कार्यशाला में पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) स्टूडेंट्स ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि गांधी फेलोशिप पिरामल फाउंडेशन के इस्ट इंडिया प्रोग्राम लीडर वश्विजीत मैती ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से फेलोशिप के बारे में जानकारी दी.उन्होंने बताया कि गांधी फेलोशिप दो वर्षीय कार्यक्रम है. इसके अंतर्गत संस्थानों से सामाजिक विषयों में रूचि रखनेवाले मेधावी स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है. उन्होंने बताया कि गांधी फेलोशिप का वश्विास है कि राष्ट्रनर्मिाण में युवाओं की भूमिका अहम है. इसीलिए उनका संगठन युवा लीडरशिप की भावना को जागृत करता है. समाज व देश में क्रांतिकारी बदलाव के लिए युवाओं को प्रेरित करता है.फेलोशिप के अंतर्गत छात्रों को अपने कार्य क्षेत्र के अंतर्गत पड़नेवाले पांच स्कूलों में जाकर करीब 1000 बच्चों और उनके अभिभावकों व शक्षिकों से रू-ब-रू होना पड़ता है. उन्हें शक्षिा व स्वस्थ्य से जुड़े अहम तथ्यों के बारे में बताया जाता है.पीआरओ ने बताया कि गांधी फेलोशिप प्राप्त करनेवाले छात्रों को दो साल तक 14000 रुपये मासिक अनुदान दिया जाता है. इसके अलावा 600 रुपये फोन भत्ता व रहने की नि:शुल्क सुविधा दी जाती है. मो मुदस्सीर आलम (प्लेसमेंट सेल के समन्वय भी) ने बताया कि पिछले साल सीयूएसबी के कई छात्रों का गांधी फेलोशिप में लिए चयन हुआ था. उम्मीद है किइस बार छात्रों की संख्या बढ़ेगी. पीआरओ ने बताया कि शुक्रवार को सीयूएसबी के गया कैंपस में भी वश्विजीत मैती गांधी फेलोशिप पर आधारित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देंगे. 15 व 16 छुट्टी, 17 को रविवार, 18 को खुलेंगे कॉलेजगया. कॉलेजों में मकर संक्रांति व गुरुगोविंद सिंह जयंती के लिए 15 व 16 जनवरी को छुट्टी घोषित कर दी गयी है. 17 जनवरी को रविवार है, अत: सभी कॉलेज 18 जनवरी (सोमवार) को खुलेंगे. गया कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इंटर के तीनों संकायों में वद्यिार्थियों के परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. जानकारी के अनुसार, अनुग्रह कॉलेज, जगजीवन कॉलेज व गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में भी इंटर के फॉर्म भर लिये गये हैं.
BREAKING NEWS
दूर करें छात्रावास की समस्याएं
दूर करें छात्रावास की समस्याएंकुलसचिव से मिले छात्रावास संख्या सात के छात्रसंवाददाता, बोधगयामगध वश्विवद्यिालय के छात्रावास संख्या सात में व्याप्त साफ-सफाई व पानी-बिजली की समस्याओं को लेकर छात्रों ने गुरुवार को कुलसचिव से मुलाकात की. कुलसचिव को अपनी पीड़ा सुनाते हुए छात्रों ने कहा कि छात्रावास में खिड़की-दरवाजे टूटे हुए हैं. कुर्सी-टेबुल का भी अभाव […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement