जहानाबाद(नगर) : जिले में ग्रामीण परस्पर बाल शिक्षा कार्यक्रम संचालन के नाम पर एनजीओ द्वारा लाखों रुपये की ठगी किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामला प्रकाश में आते ही नगर थाने की पुलिस द्वारा इसकी जांच की गयी. लेकिन एनजीओ के कार्यालय में ताला लटका मिला वहीं संचालक फरार हो गया.
केंद्र एवं उतर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनजीओ द्वारा संचालित ग्रामीण परस्पर बाल शिक्षा कार्यक्रम के संचालन को लेकर अम्बुज दुबे तथा सौपनिल सुहानी नामक युवकों द्वारा जिले में 1600 शिक्षकों की बहाली की गयी थी. शिक्षकों की बहाली से पूर्व कार्यक्रम के सफल संचालन के नाम पर 17 सुपरवाइजर तथा 2 जिला कोऑर्डिनेटर बहाल किये गये थे.
जिला को-ऑर्डिनेटर द्वारा शहर के होरिलगंज मोहल्ला स्थित उदय सिंह के मकान में एनजीओ का कार्यालय खोला गया था. इसी कार्यालय से जहानाबाद तथा अरवल जिले में कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा था. एनजीओ द्वारा सुपरवाइजर को शिक्षक बहाली की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी.
सुपरवाइजरों द्वारा जहानाबाद तथा अरवल जिले में करीब 1600 शिक्षकों की बहाली की गयी. बहाली के नाम पर सभी से 2 से लेकर 5 हजार रुपये तक की राशि वसूली गयी.40बच्चों को पढ़ाने का था जिम्मा : शिक्षकों को अपने-अपने गांवों में एपीएल व बीपीएल परिवार के 40 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी सौपी गयी.
बहाल शिक्षकों ने अपने-अपने गांवों में एपीएल बच्चों से 44 तथा बीपीएल बच्चों से 39 रुपये फीस लेकर उन्हें पढ़ाने लगे. इन बच्चों से छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर भी प्रति बच्चा 20 रुपये की वसूली की गयी. कई महीनों तक शिक्षक व सुपरवाइजर काम करते रहे, लेकिन उन्हें कोई वेतन नहीं मिला, जबकि उन्हें सम्म्मानजनक वेतन देने का वादा किया गया था. जब शिक्षकों व सुपरवाइजर ने जिला को-ऑर्डिनेटर पर दबाव डाला.
तब दो दिन पूर्व जिला को-ऑर्डिनेटर होरिलगंज में संचालित कार्यालय में ताला बंद कर फरार हो गये. शुक्रवार को ठगे जाने का अहसास होने पर जिले के विभिन्न इलाके से पहुंचे शिक्षकों ने जब कार्यालय में ताला बंद पाया, तो इसकी सूचना नगर थाने को दी. नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है.पुलिस ने जानकारी प्राप्त कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही.