मीटर रीडिंग के अधार पर बिलिंग नहीं करनेवालों पर होगी कार्रवाई
जहानाबाद (नगर) : जिले में विद्युत राजस्व वसूली में कमी के कारणों और बढ़ोतरी के उपायों पर गहन समीक्षा की गयी. समीक्षा में यह रहस्य सामने आया कि जिले में मात्र पांच हजार छह सौ 98 उपभोक्ताओं का ही मीटर रीडिंग के आधार पर बिलिंग होता है, जबकि छह हजार नौ सौ 57 उपभोक्ताओं का बिल औसत के आधार पर होता है.
वहीं, मात्र एक हजार छह सौ 19 उपभोक्ता ही बिजली बिल जमा करते हैं. समीक्षा बैठक में डीएम आदित्य कुमार दास को बताया गया कि डोमेस्टिक उपभोक्ताओं से 55 लाख की जगह मात्र 14 लाख रुपये की वसूली हो पाती है.
डीएम ने निर्देश दिया कि शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं का मीटर रीडिंग की जाये, औसत बिलिंग की वजह बतायी जाये. अगर तकनीकी दोष है, तो उसे दूर की जाये. अन्यथा मीटर रीडिंग करनेवालों पर कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने निर्देश दिया कि सोमवार तक शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम वार्डवार एवं ग्रामवार मीटर रीडिंग क्षेत्र का बंटवारा की जाये, ताकि भविष्य में इसकी समीक्षा की जा सके. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि फ्रेंचाइजी द्वारा की गयी रीडिंग की 10 प्रतिशत जांच सहायक अभियंता राजस्व और कनीय अभियंता आपूर्ति करेंगे. सभी ट्रांसफॉर्मरों से जुड़े प्रत्येक कनेक्शन की जांच की जाये.
अगर बिजली चोरी की जा रही है, तो तुरंत लाइन काट कर प्राथमिकी दर्ज करायी जाये. डीएम ने कहा कि एक भी एलटीआइएस या एनडीएस उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग नहीं करनेवाले फ्रेंचाइजी और कनीय अभियंता पर कार्रवाई होगी. डीएम ने अप्रैल माह में लक्ष्य के विरुद्ध एक करोड़ 33 लाख की राजस्व वसूली को असंतोषजनक बताते हुए मई माह के लिए तीन करोड़ का लक्ष्य रखा.
समीक्षा बैठक में वरीय उपसमाहर्ता अमित कुमार, कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार, संजीव कुमार के अलावा अन्य तकनीकी कर्मी उपस्थित थे.