जहानाबाद(ग्रामीण) : अखिल भारतीय स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार मंच का आठवां राष्ट्रीय सम्मेलन स्थानीय गांधी मैदान में हुआ. सम्मेलन का उद्घाटन कम्युनिस्ट नेता एबी बर्धन ने किया. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीतियों एवं कार्यो से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकारें किसान विरोधी है.
एक ओर केंद्र सरकार देशी-विदेशी उद्योगपतियों और मुनाफाखोरों के दबाव में आकर किसानों की जमीन हड़प रही है. उन्होंने राज्य एवं केंद्र सरकार पर जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज तक जितनी भी सरकारें केंद्र में आयी वो किसानों का दुख-दर्द घटाने के बजाय बढ़ाने का कार्य किया है.
अगर सरकार किसान हितैषी है तो अविलंब 60 साल से ऊपरवाले लोगों को तीन हजार रुपये पेंशन के तौर पर दे. केंद्र सरकार द्वारा किसानों को मिलने वाली सब्सिडी और अन्य सुविधाओं में भी लगातार कटौती की जा रही है.
बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनके द्वारा किसान हितैषी होने का ढोंग रचा जा रहा है, लेकिन जब किसानों के हित में काम करने की बात आती है तो वे केंद्र सरकार से भी दो कदम आगे निकल जाते हैं.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि अगर सरकार किसानों का सर्वागीण विकास चाहती है तो अविलंब बंदोपाध्याय कमेटी की अनुशंसा को लागू करें.
आज वर्तमान परिवेश में किसान कंगाल हो रहे हैं, जिसका परिणाम किसानों के आत्महत्या के रुप में सामने आ रहा है. महाराष्ट्र में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन वहां के राजनेता सिंचाई का पानी अपनी फैक्टरी में ले जा रहे हैं. किसान संगठनों को एकजुट होने का आह्वान किया.
इसके पूर्व स्वामी सहजानंद विचार मंच के महासचिव त्रिवेणी शर्मा सुधाकर के नेतृत्व में लोगों ने स्थानीय संग्रहालय में स्थापित स्वामी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. आम सभा के बाद प्रतिनिधियों की एक बैठक स्थानीय संग्रहालय में हुई, जिसमें राज्य भर से आये हजारों प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
कार्यक्रम में महासचिव सत्यनारायण सिंह, पूर्व सांसद रामाश्रय प्रसाद, बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के जानकी पासवान, आम आदमी पार्टी के मिथलेश शर्मा, एआइएसएफ के बिहार महासचिव विश्वजीत कुमार समेत कई नेता मौजूद थे. अध्यक्षता त्रिवेणी शर्मा सुधाकर ने की तथा मंच का संचालन बैजनाथ शर्मा ने किया.