जहानाबाद : किसी ने सही ही कहा है कि प्यार करनेवालों की ना तो जाति होती है, न धर्म. प्यार के नशे में प्रेमी हर दहलीज को पार कर जाते हैं. इसी प्रकार का वाकया सुनने को मिला मेहंदिया थाने के निरंजनपुर गांव में. शमीम अहमद अपनी पुत्री शबाना आजमी की शादी 2012 में कोलकाता के बाटगंज निवासी सलीम अहमद के पुत्र शमीम अहमद के साथ धूमधाम से की थी. लेकिन, इन दोनों परिवारों को यह पता नहीं था कि लड़की का प्रेम-प्रसंग गांव के ही रणधीर कुमार के साथ चल रहा है. शादी के बाद लड़की अपनी ससुराल भी गयी. लेकिन, पति के साथ बेहतर संबंध को स्थापित नहीं कर सकी.
वर्ष 2012 से जुलाई, 2018 तक लड़की महज छह महीने ही अपनी ससुराल में रही. शादी के बाद भी अधिकतर समय वह अपने मायके एवं प्रेमी के गांव निरंजनपुर में ही बिताया. इसी दौरान लड़की का दिल ससुराल से ऊब गया और उसने बगैर किसी को सूचना दिये ससुराल से भाग गयी. इसके बाद परिजन बाटगंज थाना कांड संख्या 148 दिनांक 10 /07/ 2018 में एक गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. इसके बाद कोलकाता की पुलिस कई बिंदुओं पर जांच-पड़ताल शुरू कर दी. इसी क्रम में रणधीर कुमार पर संदेह हुआ. कोलकाता की पुलिस मेहंदिया थाने पहुंची और स्थानीय पुलिस के सहयोग से रणधीर कुमार को थाने में लाकर पूछताछ की.
रणधीर ने लड़की के साथ संबंध को स्वीकार कर लिया और यह भी बताया कि उसे पटना में रखे हुए है. रणधीर के बुलावे पर लड़की शबनम थाने तक आयी और कोलकाता पुलिस के सामने बयान दिया कि मैं स्वेच्छा से ससुराल से भागी थी और अब रणधीर कुमार के साथ शादी कर घर बसाना चाहती हूं. वहीं, रणधीर ने भी युवती से शादी करने की बात कही. उसने यह भी कहा कि इस महिला के साथ मेरा बरसों पुराना संबंध है और शादी सिर्फ खानापूर्ति है. स्थानीय मुखिया आनंद सिन्हा ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से लड़की को पटना भेज दिया.