गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस से परिजन के साथ रोसड़ा से कोलकाता जा रहे
एक पुरुष की मौत ट्रेन में ही हो गयी. मौत के बाद बगल के यात्रियों ने कोच से शव को हटाने को लेकर झाझा स्टेशन पर हंगामा किया. िजससे ट्रेन लगभग 40 मिनट झाझा स्टेशन पर खड़ी रही.
झाझा : बीते शनिवार देर रात्रि को गोरखपुर -कोलकाता एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 15050 डाउन के कोच संख्या दो के यात्रियों ने कोच से शव को हटाने को लेकर स्टेशन मास्टर के समक्ष जमकर हंगामा किया. इस कारण उक्त ट्रेन लगभग 40 मिनट झाझा स्टेशन पर खड़ी रही. स्टेशन प्रबंधक के समझने बुझाने के बाद गाड़ी को आगे के लिए खुलवाया जा सका. जानकारी के अनुसार उक्त ट्रेन के स्लीपर संख्या दो में रोसड़ा के एन आलम अपने दो सबंधी लड़की के साथ रोसड़ा स्टेशन से सीट संख्या 25,26 एवं 28 पर कोलकाता जाने के लिए सवार हुए थे.
गाड़ी के बरौनी स्टेशन के आसपास पहुंचे ही एन आलम की तबियत बिगड़ गयी और देखते-ही-देखते उन्होंने दम तोड़ दिया. किऊल स्टेशन पर उक्त ट्रेन का ठहराव नहीं होने के बाबजूद ट्रेन शव को उतरवाने के लिए रुकवाया गया लेकिन शव नहीं उतारा जा सका. ट्रेन में चल रहे टीटीइ मो हुसैन कमर्सिअल हेड क्वार्टर से लेकर हेल्प लाइन तक को सूचना दिया फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ.
परिणामत: टेन को आगे बढ़ाया गया. जैसे ही ट्रेन झाझा स्टेशन पर पहुंची उस बागी में यात्रा कर रहे डाॅ प्रवीण कुमार, आइटीवीपी सदस्य दिनेश कुमार, पंकज कुमार, मनोज कुमार, अर्जुन कुमार समेत दर्जनों यात्री स्टेशन मास्टर कार्यालय पहुंच कर शव को हटाने की मांग करने लगे. इस दौरान कुछ यात्री शव से बदबू आने की बात कर रहे थे. तो कुछ यात्री का कहना था कि शव को उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा है.
स्टेशन मास्टर एस सोरेन द्वारा काफी समझा-बुझाने के बाद यात्री शांत हुए.मृतक के साथ रहे दो लड़की को देख कर शव को ले जाने पर सबों की सहमति होते देख ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया. बताते चलें कि झाझा स्टेशन पर गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस 23:35 बजे से 12: 08 तक खड़ी रही थी.