जमुई : अहिंसा परमो धर्म: के प्रवर्तक और जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की वास्तविक जन्मस्थली क्षत्रिय कुंडग्राम से पांचवीं सदी की कसरौटी पत्थर की पदमासन में निर्मित मूर्ति का गायब होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उक्त बातें जदयू नेता ठाकुर नवीन सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही.
उन्होंने कहा कि इस घटना ने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया है और आज वास्तव में बिहार तथा जमुई सांस्कृतिक व बौद्धिक रूप से कंगाल हो गया है. क्योंकि जहां इतिहास की चोरी हो जाय,वह क्षेत्र सदा के लिए कंगाल हो जाता है. यह पूरी घटना ने भगवान महावीर के वास्तविक जन्मस्थान की राजनीतिक, प्रशासनिक व बौद्धिक उपेक्षा की परिणति है.
जदयू नेता श्री सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,जिला प्रशासन तथा प्रबुद्ध जनों से उक्त प्रकरण में अविलंब हस्तक्षेप करते हुए मूर्ति की बरामदगी की मांग की है तथा जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों व पुरातत्व स्थलों के समुचित सुरक्षा व उनके विकास की मांग की है.