लोगों को उनके बताये हुए सिद्धांतों और नीतियों का अनुसरण कर सीख लेनी चाहिए. जेपी सेनानी संघ के राजेश सिंह और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्व विधायक हीरा बाबू एक ईमानदार छवि के नेता थे और वे सचमुच जमुई के हीरा थे. उनके सरल स्वभाव और ईमानदार छवि के लोग कायल थे. इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता शिशिर कुमार दूबे, धीरेंद्र सिंह, गजाधर रजक, सुबोध सिंह, बृजनंदन सिंह, अभिषेक दूबे, शंकर सिंह, शैलेश सिंह, पवन सिंह रावत, दिवाकर सिंह, मौलेश्वरी सिंह, गौरीशंकर सिंह, विकास प्रसाद सिंह, नारायण सिंह आदि मौजूद थे. वहीं दूसरी ओर जिला कांग्रेस कमिटी की ओर से पूर्व विधायक सुशील कुमार सिंह उर्फ हीरा जी के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया. शोक सभा में उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनकी आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रख कर ईश्वर से प्रार्थना किया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने कहा कि सबसे पहले हीरा जी मलयपुर पंचायत के मुखिया बने. जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद को भी सुशोभित किया और तीन बार जमुई से विधायक रहे. इस अवसर पर श्यामा पांडेय, विनोद मंडल, नवल किशोर सिंह, मृत्युंजय पांडेय, सदानंद प्रसाद, अनिल कुमार सिंह, श्रीनिवास सिंह, राजेंद्र रविदास समेत दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे.
बरहट प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मलयपुर पंचायत के जगन्नाथ प्रसाद चतुर्वेदी ट्रस्ट के सभागार में बुधवार को सेवानिवृत्त शिक्षक केदारनाथ सिंह की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने पूर्व विधायक हीरा जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दिया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक श्री सिंह ने कहा कि हीरा जी के आकस्मिक निधन से हमलोग बहुत दु:खी हैं. प्रो. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि वे सदैव गरीबों और दबे-कुचलों की सेवा हेतु समर्पित रहते थे. ग्रामीण रमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि स्व. हीरा जी ने अपने पंद्रह वर्ष के विधायक के कार्यकाल में जो काम किया था वह वास्तव में सराहनीय है. इस अवसर पर उमेश प्रसाद सिंह, शिव कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, बच्चन सिंह, कन्हैया सिंह, मुखिया अशोक रावत, संजय सिंह, ईं. सुधीर कुमार सिंह समेत दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे.