चंद्रमंडीह: शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए प्रखंड के सभी विद्यालयों को विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा गोद लेने के बाबत गुरुवार को चकाई एमओ मतलूब असगर बामदह पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुंडवा व बरमसिया पहुंचे. कुंडवा विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक को छोड़ कर विद्यालय में पदस्थापित तीन शिक्षक में से एक भी शिक्षक मौजूद नहीं […]
चंद्रमंडीह: शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए प्रखंड के सभी विद्यालयों को विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा गोद लेने के बाबत गुरुवार को चकाई एमओ मतलूब असगर बामदह पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुंडवा व बरमसिया पहुंचे. कुंडवा विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक को छोड़ कर विद्यालय में पदस्थापित तीन शिक्षक में से एक भी शिक्षक मौजूद नहीं थे. इसी तरह उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरमसिया का हाल था.
विद्यालय का दरवाजा खुला हुआ था मगर बच्चे और शिक्षक विद्यालय से गायब मिले. अधिकारियों ने बताया कि दोनों विद्यालय में मध्याह्न् भोजन की स्थिति दयनीय थी. दोनों विद्यालय में महीना में दो या तीन दिन ही मध्याह्न् भोजन बनाने की जानकारी मिली है़.
एमओ श्री असगर ने बताया कि परियोजना विभाग के पत्रंक 1379(एसएसए) दिनांक 13 दिसंबर 2014 के आदेश के आलोक में सभी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाने के लिए अलग-अलग पदाधिकारियों को गोद लेने का आदेश निकाला गया था. इसी क्रम में बामदह पंचायत के दो विद्यालयों की जांच-पड़ताल किया. जांच के दौरान विद्यालय में काफी अनियमितता पायी गयी़ इस विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 131 है. मगर 29 बच्चे ही उपस्थित पाये गये. श्री असगर ने बताया कि विद्यालय में शिक्षा की व्यवस्था काफी लचर देखने को मिला है.
उन्होंने बताया कि उक्त विद्यालय में वर्ग चतुर्थ के बच्चे ककहरा तक नहीं लिख पा रहे थे. वहीं आठवीं वर्ग के छात्र से हिंदी क ा किताब पढ़ने के लिए कहा गया तो एक भी लाईन शुद्घ से नहीं पढ़ पायी. श्री असगर ने बताया कि जांच के दौरान पाये गये बातों से जिला पदाधिकारी को अवगत कराया जायेगा. मौके पर उन्होनें सख्त आदेश देते हुए कहा कि सभी विद्यालय प्रधान अपने-अपने विद्यालय में बच्चों को गुणात्मक शिक्षा के प्रति सजग रहें. बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.