जमुई: जमुई में संपर्क यात्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह के भाषण का ऑडियो क्लिप सुनाकर उनकी वादाखिलाफी से लोगों को अवगत कराया. काला धन वापस लाने पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह की रिकॉर्डिग सुनाते हुए नीतीश ने कार्यकर्ताओं को टोकते हुए कहा कि आप लोग इस आवाज को पहचान रहे हैं ना. इनकी आवाज पहचानने में आप सबों को कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है.
सौ दिन में विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के नरेंद्र मोदी के दावे पर एक बार चुटकी लेते हुए एक बार फिर नीतीश कुमार ने कहा कि अभी तो दो सौ दिन हो गये हैं. उन्होंने प्रत्येक नागरिक को 15 से 20 लाख रुपया देने की बात की थी. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में नाम ही नहीं बता रहे हैं. हाल ही में शुरू किये गये रेडियो कार्यक्रम मन की बात में पीएम के संबोधन की क्लिप सुनाते हुए नीतीश ने चुटकी ली कि अब कहते हैं कि अब नहीं मालूम है कि विदेशों में कितना काला धन जमा है. पहले कहते थे कि गरीबों की पाई-पाई वापस लायेंगे. भाजपा ने लोगों को झांसा देकर वोट लिया अब वादा कर मुकर रहे हैं. पीएम के ऑडियो क्लिप सुनाते हुए नीतीश ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में मात्र तीन प्रतिशत की वृद्धि की गयी है. चुनाव के समय नरेंद्र मोदी ने कहा था कि किसानों के साथ न्याय करेंगे और फसल उपजाने में लगे लागत मूल्य के साथ पचास प्रतिशत मुनाफा जोड़ कर न्यूनतम समर्थन मूल्य देंगे.
लेकिन सत्ता मिलते ही भूल गये. नीतीश कुमार ने भारत सरकार के खाद्य मंत्रलय द्वारा राज्य सरकार को भेजे गये पत्र को पढ़कर सुनाते हुए कहा कि भारत सरकार के उपभोक्ता मामले खाद्य एवं जन वितरण प्रणाली मंत्रलय ने किसानों की फसलों पर उचित कीमत निर्धारित करने पर राज्य सरकार द्वारा अलग से दिये जाने वाले 250 रुपये प्रति क्विंटल बोनस को बंद कर किसानों के साथ छल करने का कार्य किया है.