जमुई : सरकार द्वारा माध्यमिक शिक्षा के सार्वजनीकरण के उद्देश्य प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक माध्यमिक विद्यालय की स्थापना किए जाने की बात कही जा रही है. इस संबंध में विभाग के ज्ञापांक 2093 दिनांक 31 अक्तूबर 2017 को मानदंड के अनुरूप पंचायत अंतर्गत ऐसे मवि जिनके पास एक से डेढ़ एकड़ जमीन उपलब्ध हो का उत्क्रमित उच्च विद्यालय में करने करने का निर्देश भी दिया गया था. बाद में इस नियम का संशोधन करके 75 डिसमिल उपलब्ध जमीन वाले मवि को उच्च विद्यालय में उत्क्रमण करने की बात कही गई. लेकिन विडंबना है कि जिले के 15 मवि आज भी उच्च विद्यालय में उत्क्रमण होने की राह देख रहे हैं.
जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के अमरथ और इंदपै, खैरा प्रखंड क्षेत्र के बानपुर, नीमनवादा, अरुणमाबांक, झाझा प्रखंड क्षेत्र के धमना, कानन, रजला, करहरा 12 कोला सिकंदरा प्रखंड क्षेत्र के गोखुला फतेहपुर तथा बिछवे सोनो प्रखंड क्षेत्र के थम्हन तथा लक्ष्मीपुर प्रखंड क्षेत्र के आनंदपुर एवं ककनचौर इसका जीता जागता उदाहरण है.
लोगों का कहना है कि सरकार एक ओर सभी पंचायतों में एक-एक माध्यमिक स्कूल बनाने को लेकर प्रयासरत है लेकिन इन विद्यालयों को आखिर किस कारण से छोड़ दिया गया है जिले के कुल 153 पंचायत में से मात्र 118 हाइस्कूल हैं जिनमें 35 में से 22 विद्यालय का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है वही बाकी 15 विद्यालय में पर्याप्त जमीन की उपलब्धता नहीं होने को लेकर सरकारी प्रयास में बाधा आ रहा है. इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी उच्च माध्यमिक काशी लाल पासवान ने बताया कि जिले के उत्क्रमण वाले विद्यालय की सूची विभाग को भेज दिया गया है उन्होंने बताया कि विभागीय निर्देश मिलते ही विद्यालय उत्क्रमण को लेकर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.