जमुई : कहते हैं विभाग के अधिकारी जनता की सेवा के लिए बहाल होते हैं परंतु इन दिनों जिले में बिजली विभाग के अधिकारी एक अलग ही दुनिया में जी रहे हैं. जहां आम लोगों को तुच्छ नजर से देखा जाता है. आलम यह है कि यहां कब बिजली गायब हो जाये कुछ कह नहीं […]
जमुई : कहते हैं विभाग के अधिकारी जनता की सेवा के लिए बहाल होते हैं परंतु इन दिनों जिले में बिजली विभाग के अधिकारी एक अलग ही दुनिया में जी रहे हैं. जहां आम लोगों को तुच्छ नजर से देखा जाता है. आलम यह है कि यहां कब बिजली गायब हो जाये कुछ कह नहीं जा सकता. एक ओर जहां सरकार सूबे में अनवरत बिजली व्यवस्था बहाल करने की बात कहती है. वहीं दूसरी और विभागीय कमजोरी के कारण लोगों को पाषाण युग की तरफ लौटना पड़ता है.
अब इसे विभागीय कमजोरी कहें या अधिकारियों की लापरवाही, इसका दंश जिले वासियों को झेलना पड़ रहा है. जिले में बिजली विभाग के ढुलमुल रवैया के कारण स्थिति इतनी वीभत्स हो जाती है कि लोगों को लालटेन और मोमबत्ती का सहारा लेना पड़ता है.
5 बजकर 45 मिनट पर कटी बिजली, मोमबत्ती का सहारा
अधिकारी की लापरवाही से सरकार के वादे फेल
एक तरफ सरकार जहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति का वायदा करती है वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारियों के उदासीन रवैया के कारण लोग क्षुब्ध हो रहे हैं और विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का रोष बढ़ता जा रहा है. लोगों ने िबजली की कटौती की वजह से काफी दिक्कत हुई. इस बाबत कार्यपालक अभियंता सुबोध कुमार ने बताया कि खराबी के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी थी जिसे देर रात तक ठीक कराया गया व आपूर्ति बहाल की गयी.