अब जिले में नहीं है कोई स्वतंत्रता सेनानी
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स्वतंत्रता सेनानी राम अवतार नहीं रहे
अब जिले में नहीं है कोई स्वतंत्रता सेनानी राजकीय सम्मान के साथ की गयी अंत्येष्टि कुचायकोट : जिले के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी राम अवतार राम का निधन मंगलवार की रात हो गया. वे 102 वर्ष के थे. उनके निधन से जिले के अपूर्णिय क्षति हुई है. जिले में अब एक भी स्वतंत्रता सेनानी जीवित नहीं […]
राजकीय सम्मान के साथ की गयी अंत्येष्टि
कुचायकोट : जिले के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी राम अवतार राम का निधन मंगलवार की रात हो गया. वे 102 वर्ष के थे. उनके निधन से जिले के अपूर्णिय क्षति हुई है. जिले में अब एक भी स्वतंत्रता सेनानी जीवित नहीं हैं. इसी वर्ष बरौली प्रखंड के कोटवा के रहनेवाले स्वतंत्रता सेनानी बटुकेश्वर पांडेय का निधन उचकागांव थाना क्षेत्र के वृंदावन गांव में 24 अक्तूबर को हो गया था. उनके बाद कुचायकोट थाना क्षेत्र के भोपतपुर गांव के रामअवतार राम इकलौता स्वतंत्रता सेनानी बचे थे. रामअवतार राम गांधीवादी थे. गांधी जी के नमक सत्याग्रह आंदोलन के सिपाही थे. 1942 के आंदोलन में अंगरेजी सेना के द्वारा इन्हें सीवान में गिरफ्तार किया गया था.
देश आजाद होने के बाद इन्हें जेल से रिहा किया गया. तब से गांधी विचारक बन कर इलाके में अपनी ख्याति को बनाये रखे. परिजनों ने बताया कि मंगलवार की रात हर दिन की तरह खा-पीकर सोये और बुधवार की सुबह देर तक नहीं जगे, तो परिजन जब जगाने पहुंचे तो पता चला कि उनका निधन हो चुका है. परिजनों में चीत्कार मच गया. निधन की खबर से पूरे इलाका में शोक का माहौल व्याप्त हो गया. उधर निधन की खबर सुनते ही कुचायकोट के सीओ अमित रंजन पुलिस बल के साथ पहुंचे. स्वतंत्रता सेनानी की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि गांव में ही करायी गयी. परिजनों ने समाधि स्थल बनाने की निर्णय लिया है. उनके पुत्र दुधनाथ राम तथा पोता छठु राम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनके निधन से इलाके के प्रबुद्ध लोगों में शोक का माहौल देखा गया.
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