गोपालगंज : उन युवाओंं के लिए नवंबर का महीना खुशियां देगा, जो अब तक कुंवारे हैं. गोधन पूजा के साथ मांगलिक कार्य जहां शुरू हो गये, वहीं देवोत्थान एकादशी से शहनाई गूंजने लगेगी. इस बार एकादशी 10 नवंबर को है. दूल्हों के माथे पर सेहरा बंधेगा और बैंड-बाजों की धुन सुनाई देगी. बस थोड़ा-सा इंतजार कीजिए.
हालांकि गोधन पूजा के साथ ही वर तलाशने और शादी-विवाह का दिन तय करने का कार्य शुरू हो गया. पंडित चंद्रकिशोर मणि त्रिपाठी ने बताया कि कार्तिक शुदी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी के रूप में जाना जाता है. इस दिन भगवान अपनी शयन से उठते हैं. इस दिन के बाद वृक का सूर्य होने के साथ ही विवाह आदि का मुहूर्त शुरू हो जाता है. इस वर्ष विवाह मुहूर्त 16 नवंबर से शुरू हो रहा है. खुशखबरी यह है कि इस वर्ष लगन एवं विवाह मुहूर्त काफी हैं.