कालामटिहनिया : गंडक नदी का कटाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. नदी आबादी को तबाह करती हुई आगे बढ़ रही है. नदी की धारा अब विशंभरपुर तिवारी टोला पहुंच गयी है. महज दो-चार घर गांव बचे हुए हैं. वे लोग भी अपने घरों को तोड़ने में लगे हैं. इस बीच रविवार को सदर विधायक सुबास सिंह विशंभरपुर पहुंचे.
विधायक के आने की सूचना पर सैकड़ों पीड़ित पहुंच कर अपना दर्द बयां करने लगे. विशंभरपुर मौजे गांव का अस्तित्व समाप्त करने के बाद तिवारी टोला में चल रहे कटाव से लोगों में आक्रोश था. प्रशासन की तरफ से 189 लोगों को दी गयी भवन क्षतिपूर्ति की राशि सेंट्रल बैंक में अंटकी हुई है. पीड़ितों ने बताया कि शंभु तिवारी के घर में छठ बाद शादी है.
शादी की सारी तैयारी लगभग हो चुकी थी. अब घर को तोड़ने की बारी आ गयी है. विधायक ने पीड़ितों की स्थिति देख कर बिफर पड़े. विधायक ने कहा कि सरकार कटावपीड़ितों की आवाज नहीं सुन रही है. इनका दर्द अधिकारियों तक नहीं पहुंच पा रहा है. आज जरूरत है कि पुनर्वास की व्यवस्था की. कई घरों में रोटी के भी संकट मंडरा रहे हैं. मुआवजा देने का काम कछुए की तरह चल रहा है.