पटना: जदयू के मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा अपना चश्मा बदलें तो उसे बिहार का विकास दिखेगा. बिहार की जनता सड़क के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ है. जिन सड़कों से राजधानी आने में 12 से 14 घंटे लगते थे अब उन सड़कों से 5 से 6 घंटे में राजधानी पहुंचा जा सकता है. अब इस तरह के विकास को देख कर भाजपा नेताओं के पूरे शरीर में जलन होने लगती है. बिहार की जनता जानती है कि नीतीश कुमार ने बिहार को जो रफ्तार दी है वो विकास की रफ्तार है.
किसी के साथ ना तो भेदभाव हो रहा है और ना ही उन्हें विशेष सुविधा दी जा रही है. संजय सिंह ने कहा कि बिहार में 1.62 लाख किलोमीटर सडकें बनी थी, जो बढ़कर 2.07 लाख किलोमीटर हो गयी. बिहार में ग्रामीण सड़क के निर्माण मे 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस साल 45 हजार किलोमीटर सड़कें बनी थी. इस 45 हजार किलोमीटर सड़क में 30,080 किलोमीटर सडकें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी थी. अगर निर्माण का प्रतिशत निकाला जाये तो 67 फीसदी सड़कें इस योजना के तहत बनी थी और 14814.43 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे. इसके बाद मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत सड़कों का निर्माण कराया गया था.
इसमें 14919.6 किलोमीटर सड़क और 109 पुल का निर्माण कराया गया था. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बतायें कि जिन सड़कों का निर्माण कराया गया है और इसमें जो पैसे खर्च किये गये हैं, वो किस मद के पैसे है? साथ ही एनएच 30 पटना से आरा की 51 किमी सड़क, एनएच 84 आरा से बक्सर की 74 किमी सड़क , एनएच 85 छपरा-सीवान-गोपालगंज की 95 किमी सड़क, एनएच 31 बख्तियारपुर से खगड़िया की 133 किमी सड़क, एनएच 57 फारिबसगंज से जोगबनी की 9.2 किमी सड़क, एनएच 28 बथनाकुट्टी से देवापुर की 41 किमी सड़क, एनएच 28 पीपराकोठी से रक्सौल की 63 किमी सड़क, एनएच 80 बढ़इया बाजार की नौ किमी सड़क कुल मिलाकर 475 किमी सडकों की हालत ऐसी है कि यहां से चला नहीं जा सकता है. एक साल तक एनएच निर्माण का झांसा देकर अब मरम्मत की बात करने वाली केंद्र सरकार इसमें भी धोखा देगी.