गोपालगंज : प्याज इस साल भी सुर्खियों में है. पिछले साल सुर्खियों की वजह तेजी थी. इस बार की वजह है मंदी. मौजूदा समय में साइज एवं गुणवत्ता के अनुसार थोक में प्रति क्विंटल भाव है 1600-1800 रुपये. चार वर्ष के दौरान मई का यह न्यूनतम भाव है. गोपालगंज में प्याज की खेती रबी के सीजन में थोड़ी बहुत प्याज की खेती होती है. हाल के वर्षों में महंगाई से इसका रकबा कुछ बड़ा है. खास कर गोपालगंज कृषि विज्ञान केंद्र, सिपाया से संबंद्ध सब्जी वैज्ञानिक डॉ राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक प्रति किग्रा प्याज का उत्पादन लागत सात-नौ रुपये पड़ती है. ऐसे में बेहतर यही होगा कि किसान खोदाई के बाद प्याज का भंडारण कर भाव आने की प्रतीक्षा करें.
BREAKING NEWS
चार साल के न्यूनतम भाव पर प्याज
गोपालगंज : प्याज इस साल भी सुर्खियों में है. पिछले साल सुर्खियों की वजह तेजी थी. इस बार की वजह है मंदी. मौजूदा समय में साइज एवं गुणवत्ता के अनुसार थोक में प्रति क्विंटल भाव है 1600-1800 रुपये. चार वर्ष के दौरान मई का यह न्यूनतम भाव है. गोपालगंज में प्याज की खेती रबी के […]
थोक से दोगुना है फुटकर भाव : थोक में घटे दाम का लाभ फुटकर ग्राहकों को नहीं मिल रहा है. थोक मंडी में बढ़िया किस्म के प्याज का भाव प्रति पसेरी (पांच किग्रा) 65 रुपये था. फुटकर में यह 16-18 रुपये किग्रा की दर से बिक रहा है.
किसानों के लिए प्याज का भाव त्रासदी : प्याज पैदा करनेवाले किसानों के लिए तो यह भाव त्रासदी से कम नहीं है. मालूम हो कि स्थानीय स्तर अधिकतर प्याज की आवक नासिक मंडी से होती है. यहां आने पर जो भाव पड़ता है. उसका करीब आधा भाड़े और अन्य खर्चें में ही लग जाता है. स्वाभाविक है कि वहां की मंडी में भाव 500-550 के बीच पड़ रहा होगा. तय है वहां के किसानों को इससे भी कम दाम मिल रहा होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement