गोपालगंज : थावे थाने के सेमरा गांव में उग्र भीड़ द्वारा युवक की पीट-पीट कर हत्या करने का यह पहला मामला नहीं है. इसके दो माह पहले इसी थाने के कविलासपुर गांव में ही दो युवकों की हत्या अपराधी बता कर दी गयी थी. कानून को हाथ में लेने का मामला इसके पहले भी सामने आया था.
पुलिस भी हर बार हत्या होने के बाद घटनास्थल पर पहुंची. घटना की सूचना पर तत्काल पुलिस पहुंच पाती, तो शायद इनमें से कइयों की जान बच सकती थी. सेमरा गांव में शुक्रवार को हुई घटना में पुलिस स्पॉट पर नहीं पहुंची. निर्दयी भीड़ कानून की परवाह किये बिना बाइक सवार पर टूट पड़ी. पुलिस के नहीं पहुंचने पर परिजन और ग्रामीणों में आक्रोश था. घटना के दूसरे दिन युवक की मौत होने पर फर्द बयान लिया गया.
वरीय अधिकारियों के पास घटना की सूचना पहुंचने पर आनन-फानन में दो नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की गयी, जबकि अन्य अब भी फरार हैं. केस-1 केशवपुर में भीड़ ने दो युवकों को उतारा मौत के घाट थावे थाने के केशवपुर गांव में दो माह पूर्व मुहर्रम के दिन तीन युवकों पर लूटपाट करने का आरोप लगा उग्र भीड़ ने पिटाई कर दी थी, जिसमें सीवान के बड़हरिया के चंदन साह और छपरा के गुड्डु कुमार की मौके पर ही मौत हो गयी थी,
जबकि सेमरा गांव के एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था. केस-2दहीभाता में पीट-पीट कर छात्रों की हुई थी हत्या उचकागांव थाने के दहीभाता गांव में 20 अक्तूबर, 2014 को घूमने गये तीन छात्रों को उग्र भीड़ ने पीट -पीट कर अधमरा कर दिया. घटनास्थल पर कुचायकोट इलाके के दो छात्रों की मौत हो गयी, जबकि एक बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था.
पुलिस ने छात्रों के मामले की अबतक जांच को जारी रखा है. केस-3 छीतौना में दो शराब कारोबारी की ली थी जान कटेया थाने के छीतौना गांव में गत 21 सितंबर, 2014 को शराब के अवैध कारोबारियों पर उग्र भीड़ युवक के अपहरण करने का आरोप लगा टूट पड़ी थी. घटना में गोपालपुर थाना क्षेत्र के विजय मांझी और मुख्तार सिंह की हत्या हुई थी, जबकि रामाधार सिंह नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था.