दूसरे चरण के 456 में 142 दागी व 106 करोड़पति प्रत्याशीबिहार चुनाव में धनबल व बाहुबल का अधिक प्रयोग चिंताजनक : केजे रावतेजस्वी व तेजप्रताप के उम्र को लेकर कोई परेशानी नहीं पर प्रत्याशी को पेपर देख कर सुधार करना चाहिएसंवाददाता,पटनाबिहार में स्वच्छ नर्विाचन कराने को लेकर पहचान बनानेवाले भारत नर्विाचन आयोग के पूर्व पदाधिकारी केजे राव ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव में धनबल और बाहुबल का प्रयोग चिंताजनक बात हैं. अगर वह किसी तरह से चुनाव जीतना चाहते हैं तो अपराधी व पैसेवालों का बोलबाला बढ़ेगा. उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान शीर्ष नेताओं द्वारा प्रयोग की जा रही नरभक्षी, नरपिचाश, शैतान जैसे शब्दोे पर अविलंब कार्रवाई की जानी चाहिए . राजनीतिक दल लोकतंत्र के स्तंभ हैं.श्री राव शुक्रवार को पटना आये थे. उन्होंने एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म व बिहार इलेक्शन वाच द्वारा दूसरे चरण के प्रत्याशियों की तैयार रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बिहार की जनता को अब जाति पर वोट नहीं करना चाहिए बल्कि काम करने वाले प्रत्याशी को मतदान करना चाहिए. उम्मीदवार को ध्यान में रखकर वोट देना चाहिए न कि पार्टी को. राघोपुर व महुआ के प्रत्याशी तेजस्वी यादव व तेजप्रताप के उम्र को लेकर उन्होंने कहा कि इससे नामांकन रद्द नहीं हो सकता है पर उम्मीदवारों को जनवरी में ही वोटरलस्टि मिल गया था जिसमें सुधार करा लेने की जम्मिवारी प्रत्याशी की है. श्री राव ने कहा कि प्रत्याशियों की न्यूनतम योग्यता नर्धिारित होनी चाहिए. 31 फीसदी प्रत्याशी दागीदूसरे चरण के प्रत्याशियों के रिपोर्ट जारी करते हुए नेशनल इलेक्शन वाच के राष्ट्रीय समन्वयक पूर्व मेजर जनरल अनिल वर्मा व बिहार इलेक्शन वाच के राजीव कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में कुल 456 प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें से 142 पर आपराधिक मुकदमा हैं. 110 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनके ऊपर गंभीर कस्मि के आपराधिक मामले हैं. दूसरे चरण के प्रत्याशियों में 106 करोड़पति उम्मीदवार हैं. साथ ही दूसरे चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.18 करोड़ है.11 उम्मीवारों ने अपने ऊपर हत्या के मामले घोषित किये हैं. इनमें चेनारी से बसपा के प्रत्याशी पर दो, गरीब जनता दल सेकुलर पर दो व अन्य प्रत्याशी पर एक-एक मामले दर्ज है. 36 उम्मीवरों पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किये गये हैं. सांप्रदायिक अशांति के आरोपी दो प्रत्याशी हैं जबकि लूट-डकैती के मामले चार प्रत्याशियों पर दर्ज किया गया है.बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में 456 उम्मीदवारों में 106 करोड़पति हैं. करोड़पति उम्मीदवारों में दलों के अनुसार भाजपा के 16 में से नौ, जदयू के 13 में से 10, राजद के 13 में से आठ, सपा के 19 में आठ, कांग्रेस के छह में से तीन, सीपीआइ के 13 में से चार, बसपा के 32 में से 15 और 22 स्वतंत्र उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक है. सर्वाधिक धनी उम्मीदवार हैं औरंगाबाद विधानसभा से बसपा के प्रत्याशी कौशल सिंह. इनकी संपत्ति कुल 45 करोड 83 लाख 28 हजार है जबकि नवीनगर से भाजपा के प्रत्याशी गोपाल नारायण सिंह दूसरे नंबर पर हैं. इनकी संपत्ति कुल 42 करोड़ है. तीसरे प्रत्याशी हैं अरवल से आरक्षण विरोधी पार्टी के प्रत्याशी ललित मोहन सिंह जिनकी संपत्ति 34 करोड़ है. सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीवारों में नवीनगर के सीपीआइ राम आशीष राम के पास एक हजार चल संपत्ति है. इसी तरह से बोधगया के प्रत्याशी राजकुमार पासवान के पास तीन हजार व बाराचट्टी से प्रत्याशी मुन्नी देवी के पास चल संपत्ति सात हजार रुपये है. उन्होंन बताया कि चुनाव में धनबल का किस तरह से प्रयोग बढ़ रहा है इसका उदाहरण है कि 2005 में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 28 लाख थी जो 2010 के चुनाव तक आते-आते बढ़कर 80 लाख हो गयी. 2015 में विधानसभा के उम्मीदावरों की औसत संपत्ति बढ़कर 1.13 करोड़ हो गयी है. सबसे बड़ी बात है कि कुल उम्मीदवारों में से 185 उम्मीदावरों ने अपना पैन नंबर घोषित नहीं किया है. करोड़पति उम्मीदवारों में से 11 ने भी पैन घोषित नहीं किया है.
दूसरे चरण के 456 में 142 दागी व 106 करोड़पति प्रत्याशी
दूसरे चरण के 456 में 142 दागी व 106 करोड़पति प्रत्याशीबिहार चुनाव में धनबल व बाहुबल का अधिक प्रयोग चिंताजनक : केजे रावतेजस्वी व तेजप्रताप के उम्र को लेकर कोई परेशानी नहीं पर प्रत्याशी को पेपर देख कर सुधार करना चाहिएसंवाददाता,पटनाबिहार में स्वच्छ नर्विाचन कराने को लेकर पहचान बनानेवाले भारत नर्विाचन आयोग के पूर्व पदाधिकारी […]
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