हथुआ : वो शादी नहीं साजिश थी, जिसका शिकार मीरगंज की एक युवती को बनाया गया. निकाह के बाद युवती को दिल्ली ले गया और वहां उसकी बोली लगा दी. किस्मत अच्छी थी कि दुल्हन बिकने से बच गयी.
इस नेक काम में उसकी सौतन ने ही मदद की. पहली बीवी सामने आयी तो यह भेद खुला कि दूल्हा पहले से ही शादीशुदा है, बच्चा भी है. इससे पहले युवक के संबंध प्रगाढ़ थे. दोनों के इश्क के आगे लड़की के परिजनों को झुकना पड़ा.
इश्क, निकाह और धेखा हुआ. यूपी के बलिया के रहने वाले मो इद्रिस पिछले 13 वर्षो से मीरगंज में रहते हैं. इनको दो बेटियां और तीन बेटे हैं. बड़ी बेटी का रिश्ता मीरगंज के मेराज, जो दिल्ली रहता है, से तय हुआ. गत नौ जुलाई को 50 बरातियों के साथ युवक यहां आया तो धूमधाम से बेटी का निकाह किया.
सामाजिक कारणों से इनका नाम बदला गया है. युवती ने पुलिस को बताया कि ससुराल पहुंची तो अगले दिन पता चला कि उसका शौहर पांच साल पहले शादी कर चुका है, एक बच्चा भी है. इसके अलावा एक और झटके ने उसे झकझोर दिया. युवती ने बताया कि रात को कुछ लोग घर आये थे.
इन लोगों से उसका सौदा किया जा रहा था. दिल्ली में किसी तरह रात काटी. अगली सुबह शौहर की पहली बीवी को सारी बात बतायी. दोनों नजदीक की ही पुलिस चौकी गयी. दिल्ली पुलिस ने मीरगंज में परजिनों से बात करायी.
युवती के पिता उसी रात दिल्ली पहुंच गये. फिर युवक को पकड़ कर यहां ले आये और पुलिस को सौंप दिया. उसकी पहली बीवी हथुआ थाना क्षेत्र की है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.