गोपालगंज : गंडक नदी का पतहरा में दबाव फिर तेज हो गया है. नदी की रुख को लेकर आस -पास के लोगों की बेचैनी बढ़ गयी है. नदी तटबंध तक पहुंच कर कटाव तेज कर दी है.
गंडक नदी का जल स्तर घटा है. नेपाल ने वाल्मीकि नगर बराज से शुक्रवार की सुबह 1.69 लाख क्यूसेक तथा शाम चार बजे 1.49 लाख क्यूसेक पानी डिसचार्ज किया गया, जबकि गुरु वार की शाम 2.33 लाख क्यूसेक जल स्तर आंका गया था .तटबंध के काफी करीब कटाव होने से विभाग की भी बेचैनी बढ़ी हुई है. इलाके के लोग दहशत में है. पिछले तीन वर्ष से प्रशासन और नदी के बीच का जंग जारी है.
हर बरसात में जिला प्रशासन जान -माल की रक्षा को लेकर पूरी ताकत के साथ चार माह तक जंग को लड़ता है. उसके बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग गहरी निद्रा में सो जाती है, जिसका नतीजा है कि यहां लोग काफी दहशत में है. नारायणी की रुख को देख लोग गांव से अपने घरों को तोड़ रहे हैं.
अपने ही हाथों से अपने सपनों के घर को ध्वस्त कर नये ठिकाने की तलाश में है. लोग भयभीत हैं. बाढ़ नियंत्रण विभाग ने तटबंधों को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है. विभाग का दावा है कि अब तक तटबंध में कही कोई परेशानी नहीं है. नदी का दबाव है.पानी घटा है, जिससे कटाव तेज होने की संभावना है.