गोपालगंज : जिले में चहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. सूअर भी खुलेआम बाजार में घूमते रहते हैं. सदर अस्पताल के कैंपस में भी सूअरों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे लोगों में संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका है. पूर्व में कई बच्चे जापानी इन्सेफलाइटिस की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं.
गोपालगंज में इन्सेफ्लाइटिस की जांच तक की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अधिसंख्य लोगों का इलाज गोरखपुर अस्पताल में होता है. हर साल 15 -20 लोगों की मौत इस बीमारी से हो रही है. पूरा शहर कूड़े कचरे से पटा है. रोड पर शहर के नाले का पानी बजबजा रहा है. शहर के अन्य स्थानों का भी यही हाल है.
लोगों को दरुगध के चलते रहना दुश्वार हो गया है. अब लोगों को इस बात का भय सताने लगा है कि कहीं वे भी गंभीर संक्रामक बीमारियों की चपेट में न आ जाये. शहर के मौनिया चौक पर चुना गली से लेकर गीता मानस मंदिर तक गंदगी के कारण सूअरों का जमावड़ा लगा रहता है. कमोवेश यही स्थिति शहर के अन्य मुहल्लों और गलियों मे भी देखी जा रही है.