प्रभात रंजन के पिता इंडियन आर्मी में धर्मगुरु के पद पर सेवा दे रहे हैं. वह अत्यंत सामान्य परिवार से आते हैं. पढ़ाई-लिखाई में अपनी कुशाग्रता के बूते प्रभात रंजन ने अपने लक्ष्य को हासिल किया है. वैसे, इसका श्रेय वह अपने माता-पिता और परिजनों के साथ ही पढ़ाई-लिखाई में अपनी प्रतिबद्धता को भी देते हैं.
उन्होंने फोन पर बताया कि यूपीएससी की तैयारी के लिए वह पिछले करीब डेढ़ वर्ष से लगातार 10-12 घंटे रोज पढ़ रहे थे. यूपीएससी के लिए ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर भूगोल लेनेवाले प्रभात रंजन ने बताया कि अगर समर्पित होकर पढ़ा-लिखा जाये, तो कोई भी परीक्षा बहुत कठिन नहीं है. डीपीएस बोकारो से शुरुआती पढ़ाई-लिखाई करनेवाले प्रभात रंजन पाठक ने आइआइटी, धनबाद, से मेकानिकल इंजीनियरिंग में बीटेक भी किया है.