स्पीच थेरेपी के लिए जरूरी सामान के साथ कमरा तैयार कर लिया गया. अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि जिन बच्चों को बोलने में तकलीफ हो रही हो, उनका यहां इलाज किया जायेगा.
थेरेपिस्ट द्वारा दिये गये समय पर अभिभावक अपने बच्चों को लेकर आयेंगे. उन्होंने कहा कि मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया ने भी जांच के दौरान कई बार अस्पताल में स्पीच थेरेपी के इंतजाम नहीं होने पर आपत्ति जतायी थी. इस बात को भी ध्यान में रखकर स्पीच थेरेपी की व्यवस्था करायी गयी है.