गया : सीआरपीएफ के 59 जवान अपनी तैनातीवाले स्थान पर नहीं पहुंच कर बगैर किसी सूचना के अपने-अपने घर चल गये. सोमवार की सुबह कैंप में उन्होंने अपनी उपस्थिति की रिपोर्ट नहीं दी, तो सीआरपीएफ (कोबरा) प्रशासन सकते में पड़ गया. इसके बाद उक्त जवानों की कैंप कार्यालय में छानबीन चलती रही.
जांच पड़ताल में पता चला कि सभी जवान तैनातीवाले स्थान (गया) न पहुंच कर बीच रास्ते से ही अपने-अपने घर चले गये. इस बात की जानकारी मिलने के बाद ही सीआरपीएफ कोबरा प्रशासन ने राहत की सांस ली. इस संबंध में सीआरपीएफ कोबरा 205 के कमांडेंट लमखोक्कम लॉजेन सीधे तौर पर जवाब देने से बचते रहे, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि वह भी हैरान हैं. वह इस मामले को देख रहे हैं. अनुशासनहीनता के मामले में जांच के बाद उक्त जवानों पर कार्रवाई की जायेगी.
सूत्रों के अनुसार, कोबरा के 59 जवानों को श्रीनगर विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था. करीब एक महीने से वे ट्रेनिंग पर थे. ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद शनिवार को श्रीनगर से जम्मूतवी-सियालदाह एक्सप्रेस ट्रेन में 59 जवानों की रवानगी गया के लिए हुई थी. उन्हें शनिवार की सुबह गया पहुंचना था. लेकिन, वे गया नहीं पहुंच सके. ट्रेन गया आयी और सियालदह पहुंच भी गयी, पर 59 जवानों का कुछ भी अता-पता नहीं चला. इस बात की सूचना जब सीआरपीएफ के अधिकारियों को लगी, तो खलबली मच गयी. सारे अधिकारी मिल कर अपने स्तर से उन जवानों की खोजबीन में जुट गये.
हर एक जवान से फोन पर संपर्क किया गया, तो मालूम चला कि सारे जवान फिलहाल अपने अपने-अपने घर पर हैं. इस बात को जानते ही सीआरपीएफ अधिकारी अचरज में पड़ गये. सूत्रों का कहना है कि घर जाने की सूचना उन जवानों ने किसी भी अधिकारी को नहीं दी थी. बगैर बताये ही वे अपने घर को चले गये. सूत्रों का कहना है कि सभी जवानों ने एकजुट होकर तय किया था कि श्रीनगर से गया के बीच रास्ते में पड़नेवाले स्टेशन (जहां से आसानी से घर को जाया जा सकता है) पर उतर कर घर चलना है.