गया : मगध मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में पहले फेज के लिए पांच विषयों में सुपर स्पेशिलिटी सेंटर तैयार करने का प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा जायेगा. 12 व 13 जनवरी को नयी दिल्ली में मंत्रालय के अधिकारियों ने बिहार के तीन जिलों पटना,गया व भागलुपर में बनने वाले सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के लिए बैठक की. इस बैठक में मगध मेडिकल काॅलेज को 20 जनवरी तक फाइनल रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया. मगध मेडिकल काॅलेज इन पांच विषयों में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तैयार करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है.
रिपोर्ट सौंपने के बाद ही केंद्र सरकार स्तर पर निर्माण के लिए पैसे उपलब्ध कराये जायेंगे. स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में मगध मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ सुशील प्रसाद महतो के अलावा पटना मेडिकल काॅलेज व भागलपुर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य, राज्य सरकार के प्रतिनिध डॉ कुमार अरुण, एम्स पटना की निदेशक डाॅ गीतांजली व अधीक्षक डाॅ भदानी शामिल हुए.
मगध मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ सुशील प्रसाद महतो के मुताबिक मेडिकल काॅलेज में पहले फेज में जिन पांच विषयों का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा. उनमें न्यूरोलॉजी,यूरोलॉजी,कार्डियोलॉजी,बर्न व प्लास्टिक सर्जरी और टीबी व चेस्ट विभाग होंगे. इन विषयों में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तैयार करने के लिए सबसे पहले फैकल्टी की जरूरत होगी. केंद्र व राज्य सरकार स्तर पर इन विषयों के लिए फैकल्टी की व्यवस्था करने को कहा जायेगा.अभी इन विषयों का यहां कोई इंतजाम नहीं है. इसके बाद ही सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी.
प्रबंधन करेगा जगह का चयन : जल्द ही मगध मेडिकल काॅलेज सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के लिए कैंपस में जगह का चयन भी करेगा. इसी महीने प्रबंधन के सदस्यों की बैठक होगी.सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के लिए बहुमंजिली इमारत का प्रस्ताव पारित है.मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर में सेंटर तैयार नहीं किया जा सकता है. प्राचार्य ने कहा कि नया इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना भी एक चुनौती है. पटना मेडिकल काॅलेज में यहां की तुलना में बेहतर इंतजाम है. ऐसे में वहां काम तेजी से होगा, लेकिन मगध मेडिकल काॅलेज में इनमें से किसी भी विषय में संसाधन नही है. ऐसे पहले बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा.
बिहार के लिए कुल 540 करोड़
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बिहार के तीन मेडिकल काॅलेजों में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तैयार करने का प्रस्ताव दिया है. तीनों जगहों को मिला कर 540 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. प्रत्येक मेडिकल काॅलेज में 180 करोड़ रुपये खर्च करना है. फरवरी में ही पहली किस्त दे दी जायेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय का स्पष्ट निर्देश है कि अप्रैल महीने तक काम शुरू कर देना होगा.उल्लेखनीय है कि सुपर स्पेशियलिटी सेंटर प्रोजेक्ट की पूरी माॅनिटरिंग एम्स पटना के निदेशक व अधीक्षक कर रहे हैं. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीनों मेडिकल काॅलेजों से गैप एनालिसिस रिपोर्ट तैयार करने को कहा था. इसी रिपोर्ट के साथ प्राचार्य बैठक में शामिल होने गये थे.
पटना में 11 विभागों में सुपर स्पेशियलिटी
पटना मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में 15 विषयों में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तैयार होना है. चार मंजिला सेंटर के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये व उपकरणों की खरीद के लिए 80 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इनमें न्यूरोसर्जरी,पेफरोलॉजी,कार्डियोलॉजी,आॅन्कोलॉजी,यूरोलॉजी,पेडियाट्रीक सर्जरी,बर्न व प्लास्टिक सर्जरी,टीवी व छाती रोग समेत अन्य विभाग होंगे.
डेवलप होगा इंफ्रास्ट्रक्चर
सबसे पहले मेडिकल काॅलेज कैंपस में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना है. 20 जनवरी तक का वक्त लिया गया है. पहले फेज के लिए पांच विषयों का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा. सबसे पहले उन विषयों में फैकल्टी की व्यवस्था करनी होगी. इसके बाद इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट शुरू होगा.
डॉ सुशील प्रसाद महतो, प्राचार्य, मगध मेडिकल काॅलेज व अस्पताल