गया: महाशिवरात्रि 27 फरवरी को मनायी जायेगी. शहर में पर्व की तैयारी शुरू हो गयी है. मंदिरों की रंगाई-पुताई जारी है, तो बाजारों में चहल-पहल बढ़ गयी है. मंदिरों में शिव-पार्वती विवाह समेत कई आयोजन होंगे. वहीं, पंडालों में भी भगवान शंकर की आराधना होगी.
महाशिवरात्रि को लेकर शहर के पितामहेश्वर, मरकडेय महादेव, वृद्ध पर पितामह, काशीखंड के महादेव, रामशिला स्थित स्फटिक महादेव, गृद्धेश्वर महादेव, फलकेश्वर महादेव, महादेव घाट स्थित शिव मंदिर, राजेंद्र आश्रम स्थित शिव-पार्वती मंदिर समेत बाइपास, मानपुर सहित अन्य शिव मंदिरों की रंगाई-पुताई शुरू हो गयी है. शहर में कई जगहों पर भगवान शिव, मां पार्वती, नंदी व भूत-बैताल आदि की मूर्तियां बनाने का काम शुरू है. जगह-जगह पूजा सामग्री की दुकानें सजने लगी हैं. पूजा सामग्री के दुकानदार अशोक प्रसाद ने बताया कि शिवरात्रि में हम लोगों को अच्छी कमाई हो जाती हैं.
निकलेगी शिव बरात : महाशिवरात्रि पर शहर में कई जगहों पर शिव विवाह की धूम रहती है. गाजे-बाजे के साथ शिव की बरात निकाली जाती है. बरात में भूत-बैताल बने लोग आकर्षण का केंद्र रहते हैं. राजेंद्र आश्रम, कोयरीबारी आदि जगहों पर शिव बरात की तैयारी जोरों पर है.
यहां बैठायी जायेगी प्रतिमा: महादेव घाट ठाकुरबाड़ी, शिवाले, कोयरीबारी, राजेंद्र आश्रम, पितामहेश्वर, प्रेतशिला, बाइपास महादेव स्थान के पास शिव-पार्वती की प्रतिमाएं बैठायी जायेंगी. इन जगहों पर आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है. महादेव घाट समिति के आयोजक राजू कुमार ने बताया कि पंडाल में 26 फरवरी को शंकर-पार्वती की प्रतिमाएं स्थापित की जायेंगी. यहां से गाजे-बाजे के साथ शिव बरात निकल कर कोयरीबारी जाती है. उन्होंने बताया कि पंडाल व प्रतिमा लगभग एक लाख रुपये का खर्च आता है.