इस पर एमयू प्रशासन को अंकुश लगाना चाहिए. परीक्षा नियंत्रक से उक्त शिकायत करने के बाद छात्रों ने दो बजे बाद प्रशासकीय भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों को बंद करा दिया. उधर, परीक्षा नियंत्रक डॉ यादव ने बताया कि एमयू मुख्यालय सहित विभिन्न निजी कॉलेजों में आठ हजार स्टूडेंट्स का नामांकन होना है. इसके लिए एमयू प्रशासन ने एनसीटीइ के दिशा-निर्देश पर दो वर्षीय कोर्स के लिए शुल्क भी निर्धारित कर चुकी है. कॉलेज प्रबंधन को इसकी सूचना भी जारी की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि सभी कॉलेजों को तय शुल्क के साथ ही नामांकन लेना है. नियंत्रक से शिकायत करने पहुंचनेवालों में जन अधिकार छात्र परिषद के एमयू अध्यक्ष अंजय कुमार, भवानी सिंह, ओम यादव, भोला यादव, मजहर, मल्लु, अविनाश सिंह, सौरभ सिंह, आयुष सिंह व अन्य शामिल थे.
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बीएड में नामांकन पर परीक्षा नियंत्रक से मिला छात्र संगठन
बोधगया: बीएड में नामांकन के लिए निजी कॉलेजों द्वारा लिये जा रहे शुल्क के मामले को लेकर मंगलवार को जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने एमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ नंद कुमार यादव से मुलाकात की. इनकी मांग थी कि बीएड में नामांकन के लिए एमयू प्रशासन द्वारा संयुक्त प्रवेश परीक्षा ली गयी थी. […]
बोधगया: बीएड में नामांकन के लिए निजी कॉलेजों द्वारा लिये जा रहे शुल्क के मामले को लेकर मंगलवार को जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने एमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ नंद कुमार यादव से मुलाकात की. इनकी मांग थी कि बीएड में नामांकन के लिए एमयू प्रशासन द्वारा संयुक्त प्रवेश परीक्षा ली गयी थी. पर, अब मेरिट लिस्ट निकालने की जिम्मेवारी निजी बीएड कॉलेजों के हवाले कर दिया गया है. साथ ही एमयू द्वारा निर्धारित शुल्क से ज्यादा शुल्क भी लिया जा रहा है.
छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक को बताया कि बीएड में नामांकन के लिए निजी काॅलेजों द्वारा डेढ़ लाख से एक लाख 90 हजार रुपये तक की मांग की जा रही है. साथ ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा पास कर चुके स्टूडेंट्स से काउंसेलिंग के नाम पर पांच-पांच सौ रुपये भी मांगे जा रहे हैं.
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