गया : शहर व आसपास के इलाके में हो रही आपराधिक घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. दिनों-दिन हत्या, लूटपाट, छिनतई, चोरी सहित अन्य संगीन घटनाएं हो रही हैं. लेकिन, इन कांडों का खुलासा करने में पुलिस अक्षम साबित हो रही है.
हालात यह है कि सात फरवरी की देर रात बोधगया थाना क्षेत्र के दोमुहान के पास रहनेवाले राम प्रकाश पांडे की पत्नी शारदा देवी (शिक्षका), बेटी शिवानी व साक्षी के हत्यारों तक पहुंच पाने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है. जानकारी मिली है कि शिक्षिका सहित दो बेटियों की हत्या व उनके घरों में की गयी डकैती का खुलासा करने में जुटे पुलिस पदाधिकारी अब उन लोगों को थाने में लाकर पूछताछ कर रहे हैं.
गया शहर के रहनेवाले दीपक पांडे नामक युवक को भी पुलिस तलाश कर रही है. दीपक पांडे नामक युवक ने उक्त हत्याकांड को लेकर समाचार पत्रों में सरकार व प्रशासन के विरुद्ध बयान दिया था. बयान के छपने के बाद पुलिस की एक टीम उनकी की खोज में लगी है. अब सवाल है कि पुलिस हत्यारों को खोज रही है या इस हत्याकांड का विरोध करनेवाले लोगों को.
जनवरी में हुईं 12 हत्याएं
आंकड़े बताते हैं कि सिर्फ जनवरी में जिले में 12 हत्याएं हो चुकी हैं. लेकिन, इनमें एक भी मामले का खुलासा नहीं हो सका है. हत्याओं का दौर जारी है और इसमें की गयी पुलिसिया कार्रवाई नगण्य साबित हो रही है. हाल के महीनों में हुए एक भी चर्चित हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ है. 5 फरवरी को खिजरसराय थाना क्षेत्र के सोनास गांव में एक ही परिवार के पांच लड़कियों की हुई हत्या का मामले में अब तक आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है.
औरंगाबाद के चर्चित ट्रांसपोर्टर जयप्रकाश सिंह की हत्या चेरकी थाना क्षेत्र में जनवरी महीने में अपराधियों ने कर दी. लेकिन, इसका भी उद्भेदन करने में पुलिस असफल रही है. 17 जनवरी को डेल्हा थाना क्षेत्र के खरखुरा मुहल्ला स्थित आरपीएफ बैरक के पास सब्जी विक्रेता को अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी, लेकिन का पता लगाने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पायी है.