इन सार्वजनिक इकाईयों में पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, दवा दुकान व नर्सिंग होम शामिल हैं. पेट्रोल पंप के मालिक खुदरा नहीं रहने के नाम पर 500 व 1000 रुपये का नोट लेने में परहेज कर रहे हैं. सूत्रों से जानकारी मिली है कि सरकार की उक्त योजना की आड़ में पेट्रोल पंप वाले ब्लैक मनी को व्हाइट करने में लगे हैं़ पेट्रोल पंप पर प्रतिदिन आनेवाले 100 रुपये के नोट को पेट्रोल पंप वालों द्वारा दबा कर रख लिया जा रहा है और ग्राहकों को खुदरा रुपये की कमी होने का हवाला दिया जा रहा है़ 100-100 रुपये के नोट को काला धनवालों को सौंप दिया जा रहा है़ गैस एजेंसी के वेंडरों द्वारा भी 500 व 1000 रुपये के नोट नहीं लिये जा रहे हैं. ऐसे हाल दवा दुकान व नर्सिंग होम में भी हैं. मंगलवार को ऐसी ही घटनाओं पर प्रभात खबर ने छानबीन की तो कई मामले सामने आये.
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गैस वेंडर नहीं ले रहे पुराने नोट पेट्रोल पंप भुना रहे ब्लैक मनी !
गया: 500 व 1000 के नोटों पर पाबंदी के बाद लोगों को होनेवाली परेशानियों को दूर करने में सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है. बैंककर्मी 21 घंटे काम कर रहे हैं. सभी अधिकारी सरकार की योजना को सफल बनाने में लगे हैं. लेकिन, अब कुछ ऐसी सार्वजनिक इकाईयों की करतूत सामने आयी है, जो […]
गया: 500 व 1000 के नोटों पर पाबंदी के बाद लोगों को होनेवाली परेशानियों को दूर करने में सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है. बैंककर्मी 21 घंटे काम कर रहे हैं. सभी अधिकारी सरकार की योजना को सफल बनाने में लगे हैं. लेकिन, अब कुछ ऐसी सार्वजनिक इकाईयों की करतूत सामने आयी है, जो सरकार की योजना के नाम पर समाज में गलत मैसेज फैलाने पर लगे हैं.
क्या कहते हैं अंशु इंडेन गैस एजेंसी के प्रोपराइटर : अंशु इंडेन गैस एजेंसी के प्राेपराइटर रंजीत सिंह से सन्नी के द्वारा लगाये गये आरोपों से संबंधित सवाल-जवाब किया गया, तो उन्होंने कहा कि सन्नी से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है. 500 व 1000 रुपये का नोट नहीं लेने के लिए अपने वेंडरों को कभी मना नहीं किया है. उनकी एजेंसी से प्रतिदिन करीब 300 सिलिंडरों की डिलिवरी होती है. करीब ढाई लाख रुपये प्रतिदिन आते हैं. इसमें से करीब डेढ़ लाख रुपये के नोट 500 व 1000 के पुराने नोट होते हैं. सरकार के नियमों के अनुसार, 24 नवंबर तक उपभोक्ताओं से 500 व 1000 रुपये पुराने नोट लिये जायेंगे. अगर इसमें वेंडर किसी प्रकार की गड़बड़ी करता है तो उपभोक्ता सीधे उनके मोबाइल फोन नंबर- 9852561335 पर शिकायत करें.
500 का नोट नहीं लिया, वापस ले गये सिलिंडर
नूतन नगर में रहनेवाले रिटायर्ड इंजीनियर मिथिलेश सिंह भी मंगलवार को गैस एजेंसी की करतूत का शिकार हुए. उन्होंने बताया कि मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे एजेंसी का वेंडर गैस सिलिंडर लेकर आया था. पत्नी ने उसे 500 रुपये के नोट दिये. लेकिन, वेंडर ने 500 रुपये का नोट लेने से इनकार कर दिया. उनकी पत्नी के पास दूसरे नोट नहीं थे. फोन किया कि वेंडर 500 रुपये का नोट नहीं ले रहा है. उस वक्त वह अपने घर से काफी दूर थे.
शहर के शास्त्री नगर मुहल्ले में रहनेवाले मणिभूषण ने बताया कि 500 व 1000 रुपये का नोट बंद होने के बाद गैस एजेंसी में रुपये लेने की छूट सरकार द्वारा दी गयी थी. लेकिन, गैस एजेंसियों की मनमानी से उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. गैस एजेंसी के वेंडरों द्वारा 500 व 1000 रुपये को नोट नहीं लिये जा रहे हैं. मंगलवार को उनके साथ भी यही हादसा हुआ. वेंडर से 500 रुपये का नोट लेने से मना किया. बाद में रुपये लेने के लिए माना, लेकिन एवज में सिलिंडर की ज्यादा कीमत ली.
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