गया : बोधगया में दो बहनों की हत्या के मामले में एसएसपी निशांत कुमार तिवारी द्वारा गठित चार टीमें अलग-अलग बिंदु पर जांच कर रही हैं. सूचना है कि इन टीमों में शामिल पुलिस अधिकारियों ने बोधगया इलाके के पांच युवकों को हिरासत में लिया है. हालांकि, इन युवकों की पहचान सार्वजनिक करने में पुलिस परहेज कर रही है.
बताया जा रहा है कि हिरासत में लिये गये युवकों में एक पूर्व विधायक का रिश्तेदार है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि जिस मकान में बहनों की हत्या हुई, उससे स्पष्ट है कि हत्या करने की नीयत से ही हमलावर घर में घुसे थे. लेकिन, पुलिस को गुमराह करने के लिए इसे डकैती का रूप दिया गया है.
इस मामले में सिटी एसपी चंदन कुशवाहा सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने रविवार को बोधगया थाने में घंटों मंथन किया. हत्या के 24 घंटे के बाद अपराधियों के विरुद्ध अब तक मिले सुराग पर चर्चा की गयी. हालांकि, इस हत्याकांड को लेकर शनिवार को ही पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी गयी थी.सूचना है कि दोनों बहनों के शवों का पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है.
लेकिन, इस रिपोर्ट में दुष्कर्म के बारे में चर्चा नहीं की है. दोनों बहनों से दुष्कर्म हुआ है या नहीं, इस मामले की पुष्टि के लिए डॉक्टरों ने शरीर से लिया गया एक सैंपल संबंधित लैब को भेज दिया है. हमले में घायल मृत युवतियों की मां व फुआ को पटना स्थित पारस हॉस्पिटल में भरती कराया गया है. रविवार को इन्हें खून की आवश्यकता पड़ी. वहां मौजूद राम प्रकाश पांडे खून इंतजाम करने में असहज महसूस करने लगे, तो उन्होंने मोबाइल फोन से गया पुलिस के अधिकारियों से संपर्क किया. पुलिस पदाधिकारियों ने खून देने के लिए इच्छुक दो सिपाहियों को अस्पताल भेजा और उन्होंने दो यूनिट खून दिया.