केंद्र के वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र प्रसाद चौरसिया ने बताया कि इस कार्ड से कृषि से संबंधित काफी जानकारी मिलेगी़ किसान अपने मोबाइल में भी कार्ड डाल कर धान व गेहूं के फसलों में हो रहे रोग के लक्षण पहचान कर उसमें दिये गये दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस कार्ड का नाम मैनेज रखा गया है.
मैनेज का अर्थ कम लागत में खेती, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन व मछली पालन कर किसानों को आर्थिक रूप से अपने को सशक्त कर सकते हैं. इस कार्ड को टेलीविजन, कंप्यूटर, मोबाइल में लगा कर जानकारी हासिल कर सकते हैं. डॉ गोविंद ने धान की फसल में होनेवाले झुलसा, जीवाणु रोग, भूरि चित्ती, पूर्ण अंगमारी रोग के लक्षण व उपचार के बारे में विशेष जानकारी किसानों को दी. मौके पर केंद्र के वैज्ञानिक डॉ गोविंद कुमार, डॉ अशोक कुमार, डॉ अनिल कुमार रवि, डॉ निधि सिन्हा सहित अन्य लोग मौजूद थे.