* गुरारू थाना क्षेत्र के पहरा गांव से हुई गिरफ्तारी
* पूछताछ कर रही पुलिस कई कांडों का खुलासा होने के आसार
गया : एसटीएफ व जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से गुरारू थाना क्षेत्र के पहरा गांव में गुरुवार की देर रात छापेमारी कर नक्सलियों के सहयोगी मुकेश चौधरी उर्फ मुखिया चौधरी को गिरफ्तार कर लिया.
मुकेश की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. बताया जा रहा है कि मुकेश के विरुद्ध राज्य सरकार ने 25 हजार रुपये का इनाम रखा था. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शफीउल हक ने बताया कि नक्सली कांडों में मुकेश की सक्रियता रही है. इसके विरुद्ध 24 अप्रैल 2012 को गुरारू थाने में नक्सली घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
उन्होंने बताया कि स्टेट हाइवे-69 डुमरिया- रानीतालाब-पटना के निर्माण कार्य में जुटी गैमन इंडिया कंपनी के कैंप पर मुकेश के नेतृत्व में नक्सलियों ने बरमा गांव के समीप हमला किया गया और लेवी की मांग को लेकर कर्मचारियों को डराया-धमकाया. साथ ही गोली भी चलायी.
इस मामले में गैमन इंडिया कंपनी के इंजीनियर ने गुरारू थाने में चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस मामले में आरोपित तीन अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. तीन मई 2012 को परैया थाने में तत्कालीन थानाध्यक्ष हरि ओझा द्वारा मुकेश चौधरी के विरुद्ध आर्म्स एक्ट सहित नक्सली घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
मुकेश से कई बिंदुओं पर पूछताछ की गयी है. उसने कई नक्सलियों के नाम लिए हैं, जिनके साथ उनसे काम किया है. इससे कई नक्सली घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है. इस छापेमारी में गुरारू थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, दारोगा अरुण कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.
* शूटरों का सुराग खोजने में जुटी पुलिस
– नौशाद हत्याकांड
* पिछले 24 अप्रैल की रात नौशाद की हुई थी
गया : नौशाद हत्याकांड के मास्टरमाइंड के गिरेबान तक पहुंचने के लिए पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू कर दी है. इसमें पुलिस के चुनिंदा अधिकारियों को लगाया गया है. अब तक हुई जांच से स्पष्ट है कि नौशाद हत्याकांड के मास्टरमाइंड ने पेशेवर शूटरों का सहारा लिया था.
यह भी स्पष्ट है कि मोटरसाइकिल से आये हमलावरों में से बाइक ड्राइव करनेवाला युवक व नौशाद दोनों एक-दूसरे से परिचित थे. 24 अप्रैल की रात गया-चेरकी मुख्य पथ पर मगध मेडिकल थाने के गुलरिया चक गांव के पास बाइक से आये दो अपराधियों ने सुनसान स्थान पर नौशाद की मोटरसाइकिल को ओवरटेक किया और नजदीक से नौशाद के सिर में तीन गोलियां मारी थीं. इस घटना को दो लोगों को देखा था. हालांकि, अपराधियों को लगा था कि कोई चश्मीद गवाह नहीं है.
* कौन था पीछा करनेवाला
24 अप्रैल को नौशाद मोटरसाइकिल से शेरघाटी स्थित अपने गांव रतनपुरा गया था और देर शाम वह गया लौट रहा था. जांच में लगे अधिकारियों ने कुछ ऐसे मोबाइल नंबर की खोज की है, जिसका धारक पूरे दिन नौशाद के आस-पास लगातार घूमता रहा है. इन मोबाइलों का टावर लोकेशन लगातार नौशाद के मोबाइल के टावर लोकेशन के साथ रहा है. अब पुलिस इन सभी मोबाइल नंबरों के मालिकों की पहचान करने में जुटी है.
नौशाद हत्याकांड में पार्षद भोला मियां उर्फ अबरार अहमद को नामजद आरोपित बनाये जाने के बाद पुलिस चौकस हो गयी है. करीब एक दशक पहले अपराध की दुनिया में भोला मियां का नाम काफी चर्चित था. फिलहाल, भोला मियां नगर निगम के वार्ड 25 का पार्षद है.
नौशाद हत्याकांड में भोला मियां को नामजद किये जाने के बाद पुलिस असमंजस में है. पुलिस को आशंका है कि भोला मियां अचानक हत्याकांड में कैसे शामिल हो गया. कहीं, इसमें राजनीति तो नहीं है. इस कारण, पुलिस नौशाद हत्याकांड के मास्टरमाइंड की खोज करने में जुटी है.