22.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वीसी से बात करने पर अड़े सीयूएसबी के छात्र

गया. दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में वर्ष 2013-17 सत्र के बीएससी बीएड व बीए-बीएड के करीब 90 छात्र-छात्राएं गुरुवार काे चाैथे दिन भी यूनिवर्सिटी कैंपस में धरने पर बैठे रहे़ छात्राें की मांग है कि जब तक कुलपति आकर उनसे वार्ता नहीं करेंगे वह धरने पर बैठे रहेंगे. छात्र प्रति कुलपति डॉ आेम प्रकाश […]

गया. दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में वर्ष 2013-17 सत्र के बीएससी बीएड व बीए-बीएड के करीब 90 छात्र-छात्राएं गुरुवार काे चाैथे दिन भी यूनिवर्सिटी कैंपस में धरने पर बैठे रहे़ छात्राें की मांग है कि जब तक कुलपति आकर उनसे वार्ता नहीं करेंगे वह धरने पर बैठे रहेंगे.

छात्र प्रति कुलपति डॉ आेम प्रकाश राय से मिलकर अपनी मांगें रखीं. उनका कहना था कि जब फैकल्टी की मान्यता नहीं मिली थी, ताे उनका एडमिशन लेकर पढ़ाई कैसे करायी जा रही है. जब वह पढ़कर निकलेंगे, ताे उनके भविष्य का क्या हाेगा? गाैरतलब है कि सीयूएसबी काे नेशनल काउंसिल अॉफ टीचर्स एजुकेशन द्वारा बीएससी-बीएड व बीए-बीएड के लिए मान्यता नहीं मिली है. इस बात की भनक जब छात्राें काे लगी है, ताे उनकी बेचैनी बढ़ गयी है. डॉ राय ने उनसे कहा कि उनकी समस्या को लेकर कुलपति दिल्ली गये हुए हैं.

मंगलवार काे लाैटेंगे. उन्हाेंने उनसे धरना समाप्त करने व पठन-पाठन शुरू रखने काे कहा. उन्हाेंने कहा है कि उनकी समस्या निश्चित रूप से विचारणीय है. उनकी समस्या के निदान के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन भी केंद्रीय मानव संसाधन विभाग के पास दाैड़ लगा रहा है.

अब उनकी समस्या का समाधान वहीं से होने की उम्मीद है़ इधर, डॉ राय ने कहा कि एचआरडी ने भी आश्वस्त किया है कि संसद का सत्र समाप्त हाेते ही उनकी समस्या पर गाैर कर समाधान निकाला जायेगा. उधर, धरने पर बैठे छात्राें का कहना है कि इस तरह का आश्वासन उन्हें कई बार मिल चुका है, पर काेई हल नहीं हाे रहा. अब उनका सत्र भी समाप्ति पर है. ऐसे में उनका इतने सालाें की पढ़ाई व मेहनत सब बेकार साबित हाेगी. विद्यार्थियाें का कहना है कि कुलपति कभी विश्वविद्यालय नहीं आते. वह पटना से ही पूरा प्रशासनिक काम चलाते हैं. ऐसे में वह अपनी समस्या रखें, ताे किसके पास.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें