गया: नगर निगम में इन दिनों लूट-खसोट मची है. कोई नाले की सफाई के नाम पर लूट रहा है, तो कोई वाटर सप्लाइ के नाम पर. लूट मचानेवाले अधिकारियों को सरकार का समर्थन मिला है. ये बातें ग्रामसभा मुहल्ला सभा अभियान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह आप नेता परवीन अमानुल्लाह ने कहीं.
वह गुरुवार को परिसदन में पत्रकारों से बात कर रही थीं. उन्होंने कहा कि शहर के बॉटम नाले पर अतिक्रमण है. इस वजह से मंदिर-मसजिद जानेवाले रास्तों पर पानी जमा होता है. नगर निगम के अधिकारी धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वीआइपी कॉलोनियों में नालों की सफाई नहीं किये जाने के कारण जलजमाव हो गया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि गया तीर्थस्थल है, बावजूद इसके यहां खुले में मांस की दुकानें चलती हैं. नगर निगम के अधिकारी हर रोज इधर से गुजरते हैं, पर कार्रवाई अब तक नहीं की गयी. नगर निगम में स्वास्थ्य पदाधिकारी या डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं है. सहायक अभियंता स्वास्थ्य पदाधिकारी (प्रभारी) बने हैं. उन्होंने कहा कि शहर में कई अवैध बूचड़खाने चलाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तौर पशुओं की हत्या की है.
नगर निगम ने पैदा किये कई ठेकेदार : पेयजल आपूर्ति पर आप नेता ने कहा कि शहर में जलापूर्ति के लिए एडीबी द्वारा 625 करोड़ रुपये की योजना बनायी गयी है, जिसकी अब तक शुरुआत नहीं की गयी है. हेरिटेज सिटी के नाम पर विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गयी. उस पर कहां तक काम हुआ, पता नहीं चल रहा है. उन्होंने कहा कि नगर निगम ने हर मोड़ पर एक ठेकेदार पैदा कर दिया है. एक गली बन कर तैयार नहीं होती कि दूसरी खराब हो जाती है. शहर में अतिक्रमण कर जगह-जगह खटाल खोल लिये गये हैं. नगर निगम क्षेत्र में पड़नेवाले विद्यालयों की जमीन पर अतिक्रमण कर मकान बना लिये गये हैं. उन्होंने कहा कि नगर निगम के जीर्णोद्धार के नाम पर 80 लाख रुपये खर्च किये गये. खुले छतवाले कार्यालय में भी एसी लगायी गयी है. प्रेसवार्ता के बाद वह पुलिस लाइन पहुंचीं और शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की.