पुलिस को पूछताछ के दौरान राजा ने बताया कि वह अपने फोन नंबर से भी 27 मई को प्रबंधक के फोन पर दो बार कॉल कर 20 लाख रुपये की भी की थी. केस का अनुसंधान कर रहे एसआइ निवास कुमार ने बताया कि राजा अपराध की दुनिया में अपना पांव जमा रहा था. उसने इसकी प्लानिंग बागेश्वरी रेलवे गुमटी पर की थी. इसमें राजा अपने फुफेरा भाई मुकेश कुमार व मुकेश के दोस्त दीपक चौधरी को सहयोगी के रूप में चुना. सभी लोगों ने नक्सली परचा बना कर स्कूल की दीवार पर चिपकाया था. परचे में भाकपा माओवादी नामक नक्सली संगठन का सहारा लिया था.
श्री निवास ने बताया कि पिछले 17 जून को राजा के फुफेरा भाई मुकेश को टनकुप्पा थाना क्षेत्र के पीपरा गांव से गिरफ्तार किया गया था. लेकिन, बुनियादगंज थाना क्षेत्र के अलीपुर बाजार के रहने वाला दीपक चौधरी अब भी फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. गौरतलब है कि 20 लाख रुपये की मांग के बाद स्कूल के प्रबंधक भीमराज की पत्नी सह स्कूल के प्राचार्य आशा राज ने मुफस्सिल थाने में मामला दर्ज कराया था.