विभिन्न योजनाओं के रुपये सीधे खाते में डाले जाने के मद्देनजर यह कवायद चल रही है, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका नहीं रहे. जिले के 24 प्रखंडों में कस्तूरबा गांधी विद्यालय चल रहे हैं. इन विद्यालयों में छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध है. बीते लंबे समय से इन विद्यालयों की छात्राओं के लिए सरकारी योजनाओं के तहत बड़े स्तर पर धन मुहैया कराया जाता रहा है, लेकिन सरकार की ओर से निर्गत किये गये रुपये के आवंटन में धांधली की शिकायतें मिलती रही हैं.
इसे देखते हुए सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाले धन को सीधे छात्रा के खाते में डाले जाने का फैसला लिया है. यही वजह है कि छात्राओं का खाता खोले जाने का काम चल रहा है. शिक्षा विभाग की मानें तो अब तक करीब 60 प्रतिशत छात्राओं का खाता खोला जा चुका है. डीइओ ठाकुर मनोरंजन प्रसाद ने बताया कि बीते दिनों हुई बैठक में खाता खाले जाने के मसले को गंभीरता से लिया गया था. जिले के सभी बीइओ को तेजी से खाता खुलवाने की हिदायत दी गयी है. साथ ही इसके लिए समय सीमा 21 जुलाई तक की गयी है. इस तिथि के भीतर उन्हें हर हाल में छात्राओं के खाते खुलवाने होंगे.