गया : इंटक के तत्वावधान में समाहरणालय के समीप रविवार को दो दिवसीय धरने का समापन हो गया. इस धरने में असंगठित मजदूर, फुटपाथ, वेंडर व पथ विक्रेता अधिनियम 2012 के आलोक में राज्य सरकार के विरुद्ध लोग इकट्ठा हुए. सभा की अध्यक्षता इंटक सेवक दल संजय सिंह उर्फ चुन्नु ने की.
नेताओं ने कहा कि चिकित्सा बीमा, इपीएफ, पेंशन आदि का लाभ असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों व मजदूरों को पहचान कर देना है. धरने का संचालन करते हुए मगध इंटक अध्यक्ष गोपाल लाल महतो ने कहा कि मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा एवं न्यूनतम मजदूरी दस हजार रुपये का निर्धारण राज्य सरकार द्वारा नहीं किया गया है. इसके लिए सूबे में चरणबद्ध आंदोलन चलाया जायेगा.
इस मौके पर प्रदेश सचिव अशोक सिंह, मगध के इंटक उपाध्यक्ष डीएनपी शर्मा, इंटक के जिला अध्यक्ष अरविंद सिंह, कृष्णा प्रकाश, सैयद साद आलम, योगेंद्र शर्मा, ललन प्रजापति, गोरे लाल यादव, मोहन लाल चौरसिया, राजू वर्मा ने भी श्रम कानून का शक्ति से पालन नहीं करने वाले लोगों के विरुद्ध एकजुट होकर संघर्ष का आह्वान किया. अंत में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया.