सीसीटीवी कैमरे लगाने के पीछे सुरक्षा-व्यवस्था को दुरुस्त रखने व ट्रैफिक व्यवस्था में रूकावट पैदा करनेवालों पर लगाम कसने की मंशा थी. इसके अलावा किसी तरह की आपराधिक घटना के बाद जांच-पड़ताल के लिए पूरी स्थिति से अवगत होने में भी सीसीटीवी फुटेज प्रशासन के लिए काफी सहयोगी होते. लेकिन, योजना बनने के करीब तीन महीने बाद भी शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू नहीं हो सका. गया शहर व बोधगया में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की जिम्मेवारी नगर निगम व नगर पंचायत को सौंपी गयी है. ऐसे में इस लापरवाही के लिए इन दोनों को जिम्मेवार माना जा सकता है.
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अब तक तो कागजों में ही लिपटे हैं सीसीटीवी कैमरे
गया: गया व बोधगया आने वाले तीर्थयात्रियों, पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी लगाने की योजना अब तक अधर में है. जिला प्रशासन ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों व प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी थी, पर इसे जमीन पर नहीं […]
गया: गया व बोधगया आने वाले तीर्थयात्रियों, पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी लगाने की योजना अब तक अधर में है. जिला प्रशासन ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों व प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी थी, पर इसे जमीन पर नहीं उतारा जा सका.
नो इंट्रीवाले प्वाइंट्स पर भी रखनी थी नजर
मगध के पूर्व डीआइजी रत्न संजय ने शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने व चौक-चौराहों पर ऑटो का जमावड़ा रोकने को लेकर पुलिस लाइन परिसर में ऑटो चालक संघ व ट्रैफिक पुलिस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. इसमें एसएसपी गरिमा मलिक व नगर आयुक्त विजय कुमार भी शामिल हुए थे. बैठक में यह तय हुआ था कि शहर के इंट्री प्वाइंट्स यानी कटारी हील रोड, सिकरिया मोड़, पहाश्वर मोड़ (रामशीला मोड़) व भुसुंडा मोड़ के पास सीसीटीवी कैमरे लगा कर नो इंट्री का उल्लंघन करनेवालों को पकड़ा जाये. इसके अलावा शहर में छत्ता मसजिद, रमना रोड में जैन मंदिर मोड़ के पास व अन्य महत्वपूर्ण चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा कर ऑटो व अन्य गाड़ियों को वन-वे व ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाये. इसके लिए नगर निगम को जिम्मेवारी दी गयी थी कि अगले दो-तीन दिनों में इन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिये जाये, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई काम नहीं हो सका. ऐसे में शहर के गेवाल बिगहा, सिकरिया मोड़, दिग्घी तालाब, कोइरीबारी मोड़, घुघरीटांड़ बाइपास चौराहा व अन्य स्थानों पर ऑटो चालक सड़कों पर ही ऑटो को आड़े-तिरछे खड़े कर रहे हैं, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ रही है.
डीएम ने कहा, योजना पर बोधगया में चल रहा काम, गया का मामला देख रहे नगर आयुक्त
शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए नगर निगम व बोधगया में नगर पंचायत को जिम्मेवारी दी गयी है. डीएम कुमार रवि ने बताया कि प्रस्ताव के साथ ही योजना पर काम जारी है. बोधगया में इस पर तेजी से काम किया जा रहा है व नगर निगम क्षेत्र में कैमरे लगाने का प्रस्ताव नगर निगम को भेजा गया है. इससे सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था के साथ ही अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी. हालांकि डीएम ने नगर निगम द्वारा सीसीटीवी लगाने की वर्तमान स्थिति पर अनभिज्ञता जाहिर की व इस बारे में नगर आयुक्त से संपर्क करने को कहा. इसके बाद नगर आयुक्त विजय कुमार के मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया, पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
चोर-उचक्कों पर भी नजर रखने में मददगार
शहर के भीड़ वाले इलाके व मंडी में चोर-उचक्कों व अन्य अपराधियों पर लगाम कसने को लेकर भी सीसीटीवी कैमरे की जरूरत महसूस की गयी थी. फरवरी में मानपुर की पटवाटोली में एटीएम के लिए रुपये ले जा रहे गार्ड की हत्या कर 11 लाख रुपये लूटने वाले अपराधियों की पहचान में मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे से काफी मदद मिली थी. इस दौरान काफी कम समय में ही लुटेरों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सका था. इसी तरह व्हाइट हाउस कंपाउंड में भी एक कार से तीन लाख रुपये की चोरी करने के मामले में भी सीसीटीवी कैमरे मददगार बने थे. इसके बाद मगध के आयुक्त लियान कुंगा ने भी शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव दिया था.
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