रजिस्ट्रार डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि इस मामले में दाउदनगर कॉलेज के लिपिक अनिल कुमार से स्पष्टीकरण पूछने के लिए प्राचार्य डॉ गणेश महतो को निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी लिपिक ने स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया. इस मामले में पुन: प्राचार्य को पांच दिनों के लिए स्मार पत्र देने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद भी अगर लिपिक ने प्राचार्य को जवाब नहीं दिया, तो उसके विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जायेगी.
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छेड़छाड़ में सफल नहीं हुआ, तो परीक्षा फॉर्म में ही कर दी गड़बड़ी
बोधगया: दाउदनगर कॉलेज के लिपिक अपने ही कॉलेज की एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ व यौन शोषण करने के प्रयास करने में असफल हुए, तो छात्रा के परीक्षा फॉर्म के साथ ही छेड़छाड़ कर दी. छात्रा द्वारा भरे गये स्नातक पार्ट थ्री के परीक्षा फॉर्म में लिपिक ने व्हाइटनर लगा कर उसके ऑनर्स विषय व […]
बोधगया: दाउदनगर कॉलेज के लिपिक अपने ही कॉलेज की एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ व यौन शोषण करने के प्रयास करने में असफल हुए, तो छात्रा के परीक्षा फॉर्म के साथ ही छेड़छाड़ कर दी. छात्रा द्वारा भरे गये स्नातक पार्ट थ्री के परीक्षा फॉर्म में लिपिक ने व्हाइटनर लगा कर उसके ऑनर्स विषय व उसके पिता के नाम को ही बदल दिया. लिपिक की करतूत से छात्रा का शैक्षणिक कैरियर दावं पर लग गया था.
इसके कारण छात्रा कुछ दिन पहले हुई पार्ट थ्री की परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह जाती. लेकिन, मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के रजिस्ट्रार डॉ सीताराम सिंह ने उक्त मामले को गंभीरता से लिया व ठोस कार्रवाई की. रजिस्ट्रार ने छात्रा के पार्ट थ्री की परीक्षा में बैठने की अनुमति दिलायी व उसके शैक्षणिक दस्तावेज में संबंधित विषय व पिता के नाम को सही करने का निर्देश एमयू के अधिकारियों को दिया. इस घटना से क्षुब्ध रजिस्ट्रार के एक्शन से अब इतना तय हो गया है कि लिपिक पर गाज गिरनी तय है.
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