डुमरिया: छकरबंधा पंचायत के हर दृष्टिकोण से पिछड़े टोले चौरी टांड़ को 159 बटालियन सीआरपीएफ ने गोद लिया है. इस दौरान पुलिस व पब्लिक के बीच खाई को पाटने के लिए सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत घर में दैनिक उपयोग में आनेवाली व बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री का वितरण किया. दैनिक उपयोग की सामग्री में खाने के पांच बरतन, हर घर में मच्छरदानी व बच्चों के लिए पाठ्य सामग्री दी गयीं.
कार्यक्रम में मौजूद सीआरपीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक शैलेंद्र कुमार ने लोगों से बेहतर समाज निर्माण में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ का उद्देश्य इस पूरे क्षेत्र में शांति बहाल करना है. कुछ कारणों से समाज की मुख्यधारा से भटके युवाआें का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करे. इससे सबल राष्ट्र का निर्माण हाेगा.
सीआरपीएफ के कमांडेट धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि पुलिस कैंप बनने से पहले यहां लोगों को दिन में भी डर लगता था. लेकिन, अब तो रात में कहीं आने-जाने में डर नहीं लगता है. उन्हाेंने बच्चाें से कहा कि शिक्षा से बड़ी संपत्ति कुछ भी नहीं है. इसे काेई छीन नहीं सकता है. शिक्षा एक ऐसा हथियार है, जिससे नक्सलवाद काे दूर किया जा सकता है. उन्होंने आम लोगों से नक्सलियों का साथ नहीं देने की अपील की. उन्होंने कहा कि पुलिस काे अपना दाेस्त बनाएं व बच्चाें काे हर राेज स्कूल भेजें. इस माैके पर सीआरपीएफ के अधिकारी संजीव रंजन (स्टॉफ अधिकारी), बिहार सेक्टर, उप कमांडेंट राजेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी विजय प्रताप, एएसपी अभियान मनाेज कुमार यादव, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट निरंजन कुमार व एसडीपीआे, इमामगंज नंद किशाेर रजक सहित सीआरपीएफ व जिला पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे.