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एमयू में 20 से भरे जायेंगे स्नातक पार्ट टू के फॉर्म

30 अप्रैल तक नहीं लगेगा कोई शुल्क बोधगया : मगध विश्वविद्यालय (एमयू) व उसके अधीन आनेवाले कॉलेजों में सत्र 2015-16 के लिए स्नातक पार्ट टू (बीए, बीएससी व बीकॉम) की परीक्षा से संबंधित फॉर्म 20 अप्रैल से भरे जायेंगे. एमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ इसराइल खां ने सोमवार को बताया कि सत्र 2015-16 में स्नातक […]

30 अप्रैल तक नहीं लगेगा कोई शुल्क
बोधगया : मगध विश्वविद्यालय (एमयू) व उसके अधीन आनेवाले कॉलेजों में सत्र 2015-16 के लिए स्नातक पार्ट टू (बीए, बीएससी व बीकॉम) की परीक्षा से संबंधित फॉर्म 20 अप्रैल से भरे जायेंगे. एमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ इसराइल खां ने सोमवार को बताया कि सत्र 2015-16 में स्नातक पार्ट टू में नामांकित स्टूडेंट्स 20 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बिना विलंब शुल्क के साथ फॉर्म भर सकेंगे.
संबंधित कॉलेजों द्वारा एमयू के शाखा कार्यालयों व विश्वविद्यालय मुख्यालय में पांच मई तक बिना विलंब शुल्क के साथ फॉर्म जमा लिये जायेंगे. विलंब शुल्क के साथ स्टूडेंट्स संबंधित कॉलेज में छह मई तक फॉर्म भर सकेंगे. साथ ही, संबंधित कॉलेजों द्वारा एमयू के शाखा कार्यालयों व विश्वविद्यालय मुख्यालय में नौ मई तक फॉर्म जमा लिये जायेंगे.
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि इसके बाद भी अगर कोई स्टूडेंट फॉर्म नहीं भर पाया, तो वह विशेष विलंब शुल्क के साथ संबंधित काॅलेज में 10 मई तक फॉर्म भर सकता है और संबंधित कॉलेज एमयू के शाखा कार्यालयों व विश्वविद्यालय मुख्यालय में 12 मई तक फॉर्म जमा कर सकेंगे.
परीक्षा नियंत्रक ने एमयू के अधीन आनेवाले सभी कॉलेजों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पटना प्रमंडल स्थित महाविद्यालय शाखा कार्यालय, पटना से मगध प्रमंडल स्थित महाविद्यालय विश्वविद्यालय मुख्यालय, बोधगया से परीक्षा फॉर्म (प्रपत्र) प्राप्त करें और उसी कार्यालय में जमा करें. नालंदा जिला स्थित महाविद्यालय परीक्षा प्रपत्र शाखा कार्यालय, नालंदा से परीक्षा फॉर्म प्राप्त करें, लेकिन उसे जमा पटना के शाखा कार्यालय में करें. साथ ही, उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि परीक्षा प्रपत्र कॉलेज में निर्धारित सीटों के अनुसार ही लें.
फॉर्म भरने में पारदर्शिता बरतें कॉलेज प्रशासन
परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि समाप्त होने के बाद मगध विश्वविद्यालय (एमयू) परिसर में संबंधित कॉलेजों के कर्मचारियों व स्टूडेंट्स द्वारा कामकाज में व्यवधान डालने के मामले को कुलपति प्रो (डॉ) मोहम्मद इश्तियाक ने गंभीरता से लिया है. इस मामले पर कुलपति व परीक्षा नियंत्रक डॉ इसराइल खां ने विचार-विमर्श कर एमयू में वर्षों से चली आ रही परंपरा को समाप्त करने का निर्णय लिया है और एमयू के अधीन आनेवाले कॉलेजों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है. साथ ही, इन निर्देशों को विश्वविद्यालय की बेवसाइट www.magadhuniversity.ac.in पर जारी कर दिया गया है.
परीक्षा नियंत्रक डॉ इसराइल खां ने बताया कि परीक्षा फॉर्म भरने को लेकर संबंधित कॉलेज पारदर्शिता बरतें. परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि समाप्त होने के बाद किसी भी परिस्थिति में संबंधित कॉलेज के प्रधानाचार्य व परीक्षा नियंत्रक या नामित पदाधिकारी द्वारा परीक्षा फॉर्म न तो अग्रसारित किया जाये और न ही परीक्षार्थियों के हाथों में दिया जाये. ऐसा देखा जाता है कि परीक्षा फाॅर्म भरने की तिथि समाप्त होने के बाद संबंधित प्रधानाचार्य द्वारा परीक्षा फॉर्म अग्रसारित कर दिया जाता है या परीक्षार्थी के हाथों परीक्षा फॉर्म को विश्वविद्यालय कार्यालय भेज दिया जाता है. यह तरीका विधि सम्मत नहीं है. ऐसी आदतों से संबंधित कॉलेज प्रशासन बचें और विश्वविद्यालय को स्वच्छ कार्य करने में सहायक बनें.
निर्धारित सीटों पर ही जमा लिये जायेंगे परीक्षा फॉर्म
परीक्षा नियंत्रक ने कॉलेज प्रशासन को आगाह किया है कि राज्य सरकार, विश्वविद्यालय व एआइसीटीइ द्वारा निर्धारित सीटों के अनुसार ही परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय कार्यालय में स्वीकार किये जायेंगे.
कॉलेज प्रशासन द्वारा अल्फाबेटिकल लिस्ट बनाते समय परीक्षार्थियों का पूर्ण विवरण, नामांकन संबंधित जानकारी, 75 फीसदी उपस्थिति का शपथ पत्र व विषय कोड सहित अन्य प्रपत्र विश्वविद्यालय से अवश्य प्राप्त कर लें और उसकी दो प्रति व उसकी एक सीडी जिस पर महाविद्यालय का नाम, परीक्षा का नाम, सत्र व कुल संख्या को मार्कर से अंकित कर परीक्षा फॉर्म के साथ जमा करें
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि पहले सीडी को विश्वविद्यालय कंप्यूटर पर लोड किया जायेगा, फिर संबंधित कॉलेजों का परीक्षा फॉर्म स्वीकार किया जायेगा. बिना सीडी के परीक्षा फॉर्म स्वीकार नहीं होगा. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि एमयू की वेबसाइट पर जारी किये गये निर्देशों के आलोक में ही संबंधित कॉलेजों से परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय कार्यालय में स्वीकार किये जायेंगे. उक्त सभी निर्देश कॉलेजों व परीक्षार्थियों के हित व सुविधा के लिए लिये गये हैं.
डिमांड ड्राफ्ट के साथ ही लिये जायेंगे परीक्षा फॉर्म
परीक्षा नियंत्रक डॉ इसराइल खां ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में संबंधित कॉलेजों द्वारा कैश या बैंक के चालान के साथ परीक्षा फॉर्म स्वीकार नहीं किये जायेंगे. हर हाल में संबंधित बैंक द्वारा बनाये गये डिमांड ड्राफ्ट के साथ ही परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय मुख्यालय में जमा लिये जायेंगे. पूर्व के दिनों में हुई घटना के आधार पर परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि कुछ कॉलेज द्वारा समय-सीमा के अंदर स्टूडेंट्स की अनुमानित संख्या के आधार पर बैंक से डिमांड ड्राफ्ट बना लिया जाता है, लेकिन वे परीक्षा फॉर्म भरने की आखिरी तिथि समाप्त होने तक कार्यालय में जमा नहीं करते हैं.
इसके बाद उन कॉलेजों द्वारा विश्वविद्यालय पर दबाव डाला जाता है कि परीक्षा फॉर्म जमा करने की अनुमति दी जाये, क्योंकि उनका डिमांड ड्राफ्ट एमयू द्वारा निर्धारित की गयी समय-सीमा के अंदर ही बैंक से बनवा लिया गया था. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा ऐसा दबाव देना अनुचित है. यह तर्क नियम के विरुद्ध भी है. समय-सीमा के अंदर ही परीक्षा फॉर्म व डिमांड ड्राफ्ट विश्वविद्यालय कार्यालय में जमा करें, अन्यथा परीक्षा फॉर्म स्वीकार नहीं किया जायेगा.

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